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Transportation सेवाएं शुरू होने से लोगों ने ली चैन की सांस

Shantanu Roy
20 Jun 2024 10:16 AM GMT
Transportation सेवाएं शुरू होने से लोगों ने ली चैन की सांस
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Bharmour. भरमौर। जनजातीय उपमंडल भरमौर का खड़ामुख-होली मुख्य मार्ग आखिरकार 63 दिनों की कड़ी मशक्त के बाद सभी प्रकार के वाहनों के लिए बुधवार शाम को खोल दिया गया है। इससे होली घाटी की हजारों की आबादी को एक बड़ी राहत भी मिली है। हालांकि एतिहायत के तौर पर बुधवार शाम सात बजे से सडक़ को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रखने का फैसला प्रशासन की ओर से लिया गया है। गुरूवार सुबह लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मंडल भरमौर मौके का फिर से दौरा करेंगे। इसके बाद ही वाहनों आवाजाही को सुचारू रूप से चलाने की हरी झंडी देंगे। बहरहाल मार्ग के बहाल होने के बाद यहां फंसे वाहन भी लंबे अंतराल के बाद अपने अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए हैं। बता दें कि गत 16 अप्रैल की रात होली मार्ग पर सुहागा गांव के पास भारी भू-स्खलन हुआ था। इसकी जद में आकर होली मार्ग का बड़ा हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। होली क्षेत्र में प्रोजेक्ट का निर्माण कर रही जेएसडब्ल्यू कंपनी और लोक निर्माण विभाग ने संयुक्त रूप से सडक़ को यातायात के लिए बहाल करने का काम यहां चला रखा था, लेकिन बाद बार भू-स्खलन होने के चलते पत्थर और मलबा गिरने का क्रम यहां पर जारी रहा। इसके कारण सडक़ को बहाल करना भी यहां पर एक बड़ी चुनौती बना हुआ था। हालांकि मार्ग बंद होने के बाद प्रशासन की ओर से ग्रीमा-सियूंर से हल्के वाहनों की आवाजाही होली के लिए चलाई थी, लेकिन बीच में लकड़ी का पुल होने के चलते लोडिड हल्के वाहनों के
इसके उपर से गुजरने की मनाही है।
लिहाजा होली घाटी की 14 पंचायतों की जनता के लिए एक बड़ी मुसीबत यहां आन पड़ी थी। इस मार्ग के बंद होने से होली घाटी में निर्माणाधीन हाईड्रो-प्रोजेक्ट समेत अन्य निर्माण से जुड़े विकास कार्य भी बंद पड़ गए। चूंकि मैटीरियल और सीमेंट समेत अन्य निर्माण सामग्री की सप्लाई होली घाटी के लिए मुख्य मार्ग के बंद होने के कारण बंद पड़ी हुई है। उधर, लोक निर्माण विभाग के भरमौर स्थित अधिशासी अभियंता मीत शर्मा ने कहा कि होली मार्ग को यातायात के लिए बहाल कर दिया है। उन्होंने कहा कि सडक़ को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग को यहां कार्यरत हाईड्रो कंपनी जेएसडब्ल्यू का भरपूर सहयोग मिला। कंपनी ने अपनी मशीनरी के अलावा में पावर व इंजिनिर्यस को दिन रात मौकै पर तैनात रखा। विभाग के सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता और वर्कर भी यहां मौके पर डटे रहे। उन्होंने कहा कि दो सौ मीटर लंबा और इतनी ही ऊंचाई वाला यह स्लाईड था। लिहाजा यहां पर लगातार पत्थर और मलबा गिरने का क्रम भी जारी रहा। उन्होंने जेएसडब्ल्यू कंपनी के सभी अधिकारियों, एमडी और वर्कर का आभार जताया है। मीत शर्मा ने कहा कि सडक़ के बंद होने से 40 किलोमीटर के हिस्से की एक दर्जन से अधिक पंचायतें प्रभावित थी, लेकिन मौके के हालातों को देखकर उन्होंने भी संयम रखा और विभाग व प्रशासन का पूरा सहयोग दिया। 63 दिनों के बाद सडक़ बहाल होने पर होली घाटी की जनता ने कुठेड़ हाईड्रो प्रोजेकट का निर्माण कर रही कंपनी जेएसडब्ल्यू का आभार जताया है। जनता का कहना है कि कंपनी ने दिन रात अपनी मशीनरी को भू-स्खलन पर काम पर लगाए रखा और कंपनी के अधिकारियों से लेकर इंजीनिर्यस व वर्कर भी मौके पर विकट परिस्थितियों के बावजूद काम में जुटे रहे। उन्होंने कहा कि कंपनी ने घाटी की हजारों की आबादी को राहत पहुंचाने में अपना बड़ा योगदान दिया है।
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