नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अंदर यात्रियों को देसी-विदेशी व्यंजनों का लुफ्त उठा सकेंगे
नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर यात्रियों को स्थानीय के साथ वैश्विक व्यंजनों का जायका मिलेगा. इसके लिए एचएमएस होस्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के साथ अनुबंध किया गया है.
यह कंपनी रेस्तरां, कैफे और खानपान की अन्य दुकानों के निर्माण समेत विभिन्न ब्रांड के आउटलेट का संचालन करेगी. कंपनी के 75 देशों में करीब 1200 स्थानों पर साढ़े पांच हजार से ज्यादा बिक्री केंद्र हैं.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन का कहना है कि एयरपोर्ट का लक्ष्य यात्रियों को साफ वातावरण में गुणवत्तापूर्वक भोजन परोसना है. यात्रियों की सुविधा के लिए यहां पर स्थानीय व्यंजनों को वैश्विक व्यंजनों के साथ मिश्रित किया जाएगा. कंपनी के साथ साझेदारी से ग्राहकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं और सेवाएं मिलेगी. सात ब्रांड के आउटलेट संचालित किए जाएंगे, जहां पर दुनियाभर के व्यंजनों का स्वाद चखा जा सकेगा. एयरपोर्ट पर हर देश के व्यंजनों का स्वाद मिलेगा. दुनियाभर के यात्रियों के लिए जेवर एयरपोर्ट पर सुगम यात्रा के साथ ही बेहतर खानपान की सुविधा के लिए प्राधिकरण स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. एयरपोर्ट का काम तेजी से पूरा करने की तैयारी है.
रनवे का काम हो चुका पूरा: एयरपोर्ट के प्रथम चरण के तहत 3900 मीटर रनवे का काम पूरा हो चुका है. रनवे और टर्मिनल वाले इस एयरपोर्ट के प्रथम चरण में प्रतिवर्ष 12 मिलियन यात्रियों के यातायात को संभालने की क्षमता होगी. परियोजना के पूरा होने पर प्रतिवर्ष 70 मिलियन यात्रियों को सेवा प्रदान करने में यह सक्षम होगा. यहां रडार सिस्टम नहीं लगा है. इसकी खरीद रूस से होनी है, लेकिन बिना रडार के भी 50-60 उड़ान शुरू की जा सकती है.
7371 करोड़ खर्च हो चुके: एयरपोर्ट परियोजना के प्रथम चरण में कुल बजट 10056 करोड़ में से 7371.51 करोड़ रुपये अब तक खर्च हो चुके हैं. वहीं, ऑटोमेटिक डेपेंडेंट सर्विलांस ब्रॉडकास्ट और सरफेस मूवमेंट रडार (एसएमआर) आदि का काम दो महीने में खत्म कर दिया जाएगा. इसके अलावा एयरपोर्ट पर मौसम संबंधी जानकारी देने वाला यंत्र भी लगाया जा चुका है. इससे सूचना मिल सकेंगी.