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ऑपरेशन सद्भावना: जम्मू-कश्मीर के सुदूर क्षेत्र में लोगों तक पहुंच रही सेना

jantaserishta.com
16 April 2023 8:54 AM GMT
ऑपरेशन सद्भावना: जम्मू-कश्मीर के सुदूर क्षेत्र में लोगों तक पहुंच रही सेना
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फाइल फोटो

जम्मू (आईएएनएस)| भारतीय सेना एक तरफ नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिशों को रोकने और जम्मू-कश्मीर के भीतरी इलाकों में आतंकवाद पर लगाम लगाने की चुनौतियों का सामना कर रही है तो वहीं दूसरी ओर 'ऑपरेशन सद्भावना' के तहत जम्मू-कश्मीर के दुर्गम इलाकों में नागरिक सुविधाएं प्रदान कर लोगों तक पहुंचने की अपनी नीति को भी जारी रखे हुए है।
रियासी जिले के दूरस्थ गांव तकसन को उन बहादुर ग्रामीणों को समर्पित एक आदर्श गांव में बदलने के लिए एक परियोजना शुरू की गई जिन्होंने 3 जुलाई 2022 की रात भारी हथियारों से लैस लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादियों पर काबू पाने में अनुकरणीय साहस और दृढ़ संकल्प दिखाया और उन्हें सुरक्षा बलों को सौंप दिया।
इस परियोजना के तहत गांव में बुनियादी ढांचा विकास के कार्य किए गए।
गांव के सरपंच मोहम्मद मुश्ताक ने कहा, हम इस परियोजना को शुरू करने के लिए भारतीय सेना के आभारी हैं। इससे इस क्षेत्र के लोगों को बहुत राहत मिली है। बिजली, पानी और पार्कों के निर्माण से तकसन के लोगों को बहुत लाभ होगा।
मुश्ताक ने कहा, यह स्थानीय आबादी को उनके साहस के लिए पुरस्कृत करके प्रोत्साहित करेगा। निहत्थे होने के बावजूद उन्होंने आतंकवादियों का मुकाबला किया और उन्हें सुरक्षा बलों को सौंप दिया।
जिला प्रशासन और स्थानीय आबादी के साथ चर्चा के बाद परियोजना की कल्पना की गई थी। इसका उद्देश्य जल भंडारण, शिक्षा के बुनियादी ढांचे की कमी, चिकित्सा आवश्यकताओं की कमी तथा अन्य मुद्दों पर ग्रामीणों की चिंताओं को दूर करना है।
इस परियोजना के तहत सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं, स्कूलों में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को बढ़ाया गया है और पानी की टंकियां लगाई गई हैं। साथ ही सर्दियों के दौरान गर्म पानी के लिए गीजर आदि भी लगाए गए हैं।
क्षेत्र में आतंकवाद के संकट को खत्म करने और जिला प्रशासन की सहायता करने के लिए भारतीय सेना के जन-केंद्रित ²ष्टिकोण को एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है और यह दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।
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