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Shoolini University में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया आयोजन

Shantanu Roy
16 July 2024 11:16 AM GMT
Shoolini University में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया आयोजन
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Solan. सोलन। शूलिनी विश्वविद्यालय में ग्रामीण महिलाओं के लिए मशरूम खेती और उत्पाद विकास पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में ग्रामीण आबादी के सामाजिक सशक्तिकरण और स्थिरता की पहल का हिस्सा था और एमएस स्वामीनाथन स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर और स्कूल ऑफ बायोइंजीनियरिंग एंड फूड टेक्नोलॉजी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया । प्रशिक्षण कार्यक्रम में सोलन ब्लॉक के नौ स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की 20 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रतिभागियों को मशरूम की खेती की तकनीक और विभिन्न फलों और सब्जियों से उत्पाद विकास का व्यापक ज्ञान प्रदान करना है। एमएस स्वामीनाथन स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर के एसोसिएट डीन डा. सोमेश शर्मा ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। प्रोफेसर सोमेश ने कहा, महिलाओं का उत्साह और सीखने की उत्सुकता वास्तव में प्रेरणादायक है। इस प्रशिक्षण ने उन्हें टिकाऊ प्रथाओं और आर्थिक लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करते हुए मशरूम की खेती की तकनीक और उत्पाद विकास पर
अमूल्य ज्ञान प्रदान किया।

कार्यक्रम में विभिन्न मशरूम प्रजातियों और उनकी साल भर की लाभप्रदता क्षमता पर व्यापक विवरण पर चर्चा की गई और सत्र में उत्पादन के मुद्दों के प्रबंधन के लिए खेती के तरीकों और रणनीतियों पर भी चर्चा की गई। मशरूम की खेती और खाद्य प्रसंस्करण के लिए प्रोत्साहन देने वाली सरकारी योजनाओं पर भी जोर दिया गया। खाद्य प्रसंस्करण प्रयोगशाला में व्यावहारिक सत्रों के दौरान, प्रतिभागियों ने मशरूम कुकीज़, टमाटर केचप और प्यूरी बनाई, जिन्हें उनके स्वाद और गुणवत्ता के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। इन सत्रों में खाद्य प्रसंस्करण के माध्यम से मूल्य जोडऩे, खराब होने को कम करने और उत्पादकता बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया गया। प्रतिभागियों को भागीदारी प्रमाणपत्र प्राप्त करने के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम समाप्त हुआ। कई प्रतिभागियों ने अपने कौशल विकास में व्यावहारिक सीखने के महत्व पर जोर देते हुए भविष्य में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण सत्रों के लिए उत्साह दिखाया।
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