अथॉरिटी में तैनात अधिकारी और कर्मचारी भी मैनेजमेंट से हुए परेशान
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में तैनात अधिकारी और कर्मचारी भी अपने से उच्च अधिकारियों और मैनेजमेंट से परेशान हो गए हैं। अंदाजा इस बात से लगा सकते हो कि प्राधिकरण में तैनात 67 अधिकारी और कर्मचारी करीब 11 सालों से स्टाफ को कोटे से प्लॉट आवंटन के लिए भटक रहे हैं, लेकिन अभी तक उनको पजेशन नहीं मिला है।
वर्ष 2011 में स्कीम निकली थी: अथॉरिटी में काम करने वाले अफसर और कर्मचारियों के लिए वर्ष 2011 में ईएमपी स्कीम निकाली थी। इस स्कीम में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के 67 अधिकारियों और अफसरों ने आवेदन किया था। यह स्कीम प्राधिकरण में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए निकाली गई थी। इसमें नोएडा अथॉरिटी के भी अधिकारी और कर्मचारियों ने आवेदन किया था।
70% से ज्यादा जमा किया: प्राधिकरण के कर्मचारियों का कहना है कि इस स्कीम में 162, 200 और 250 वर्ग मीटर के प्लॉट शामिल है। इस स्कीम के लिए डब्ल्यू-5 सेक्टर बनाना था। स्कीम के प्लॉट का ड्रॉ कर आवंटन भी कर दिया गया है। इतना ही नहीं इस स्कीम से प्रभावित अधिकारियों और कर्मचारियों ने 70% से भी ज्यादा पैसे जमा कर दिया है, लेकिन 11 साल बाद भी पजेशन नहीं मिल पाया है। ऐसे में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी और कर्मचारी भी पीड़ित हैं और पजेशन के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं।
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल: प्राधिकरण में तैनात कर्मचारियों का कहना है कि इसकी शिकायत काफी बार उच्च अधिकारियों से की गई है, लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है। इस समय प्राधिकरण में यह जानकारी के चल रही है कि उनके कोटे में आने वाले प्लॉट बेच दिए गए हैं। जिसकी वजह से इनको पजेशन नहीं मिल पा रहा है। अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जनवरी 2023 में प्लॉट के लिए नई स्कीम लॉन्च करने वाली है। ऐसे में यह सवाल खड़ा होता है कि अगर प्राधिकरण के पास जमीन ही नहीं है तो कैसे लोगों को घर देंगे।
साभार - Mahkar Singh Bhati