बुजुर्गों की पेंशन नहीं, अधिकारियों को परेशान करने की चिंता ज्यादा: तिवारी
दिल्ली: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने अध्यादेश का स्वागत करते हुए 11 मई से कल रात तक के घटनाक्रम को रखा। उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की आड़ में केजरीवाल जो मनमानी कर रहे हैं उसे कोई स्वीकार नहीं करेगा। पिछले आठ सालों में उपराज्यपाल बदले मुख्य सचिव बदले हालात बदले सिर्फ नही बदला तो केजरीवाल का दोषारोपण करने का रवैया।
वीरेन्द्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि जो अधिकारी केजरीवाल की जांच करेगा उसे मानसिक रुप से प्रताडि़त किया जाएगा। भाजपा नेता ने दावा किया कि राज्य सरकार के घोटालों की फाइलें छीनी गईं, रात में अधिकारियों के कार्यालय के ताले तोड़कर कागजों की फोटोस्टेट की गई। नए सचिव की नियुक्ति सहित जो किया गया वह सब योजनाबद्ध तरीके से साजिश के तहत अंजाम देने की कोशिश की गई।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि काश केजरीवाल अपने पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों की कार्य प्रणाली को समझते तो शायद उनका केन्द्र सरकार, उपराज्यपाल एवं विपक्ष से टकराव ना होता। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही केजरीवाल सोशल मीडिया पर बेतुकी बयानबाजी करने लगे और पहले भी दिखा हे कि उनके विधायक तो विधानसभा में उपराज्यपाल को गाली तक देते हैं। सांसद मनोज तिवारी ने कहा, केजरीवाल को दिल्ली के घरों में साफ पानी, बुजुर्गों की पेंशन शुरु करने, आयुष्मान योजना लागू करने की चिंता नहीं है बल्कि उनके भ्रष्टाचार की जांच कर रहे अधिकारियों को कैसे परेशान किया जाए, इसकी चिंता ज्यादा है।