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Hamirpur. हमीरपुर। राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर प्रबंधन के पिछले कुछ समय से किए गए प्रयास फलीभूत होते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल एनआईटी हमीरपुर का चयन शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से सीबीडीई (कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम ऑन डिजाइन एंड एंटरप्रेन्योरशिप) प्रोग्राम के लिए किया गया है। दिलचस्प बात यह है कि एनआईटी हमीरपुर को शिक्षा मंत्रालय की ओर से पांच उच्च शिक्षण संस्थानों में से सीबीडीई के लिए चुना गया है। ऐसा माना जा रहा है कि संस्थान की गिरती एनआईआरएफ रैंकिंग और रिसर्च जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों में सुधार के दृष्टिगत यह पहल मील का पत्थर साबित होगी।
बताते हैं कि सीबीडीई कार्यक्रम के लिए शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया में विभिन्न मानदंड अपनाए जाते हैं। इसमें देखा जाता है कि एनआईआरएफ ढांचे में सुधार के लिए संस्थान क्या नया कर रहा है, राष्ट्रीय इनोवेशन स्टार्टअप नीति में संस्थान की भागीदारी कितनी है। इसके अलावा, सीबीडीई कार्यक्रम के दायरे में पाठ्यक्रम में संशोधन, फैकल्टी मेंटरशिप, और नवाचार समर्थन शामिल है। ईसीई विभाग के डा. रोहित धीमान, प्रोफेसर राजीवन चंदेल, डा. अश्वनी कुमार राणा और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के डा. भारत भूषण शर्मा इस कार्यक्रम को मोनिटर करेंगे। एनआईटी हमीरपुर निदेशक प्रोफेसर एचएम सूर्यवंशी ने कहा कि इस पहल से छात्रों की शिक्षा और फैकल्टी के शोध परिणामों में सुधार, उच्च एनआईआरएफ रैंकिंग, और संस्थान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को साकार किया जा सकेगा।
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