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New Parliament: क्या है सेंगोल?

HARRY
24 May 2023 11:48 AM GMT
New Parliament: क्या है सेंगोल?
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अमित शाह बोले- ‘अंग्रेजों से सत्ता मिलने का प्रतीक,पर …’

New Parliament: 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन होने वाला है। इसे पहले आज यानी बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह ने प्रेस वार्ता की है जिसमें उन्होंने कहा पीएम मोदी 60 हजार श्रमिकों का सम्मान करेंगे।

अमित शाह ने कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में कहा कि नया संसद भवन हमारे इतिहास, सांस्कृति विरासत, परंपरा और सभ्यता को आधुनिकता से जोड़ने का सुंदर प्रयास है। नई संरचना को रिकॉर्ड समय में पूरा करने में 60 हजार श्रम योगियों ने अपना योगदान दिया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन समारोह में उनका सम्मान करेंगे। इस अवसर पर एक एतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित हो रही है। 28 मई को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी संसद के नए भवन को देश को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री के दूरदर्शिता का प्रमाण नया संसद भवन है। आजादी के अमृत महोत्सव में पीएम ने जो लक्ष्य तय किए थे, उनमें से एक लक्ष्य था हमारी एतिहासिक परंपराओं का सम्मान और पुनर्जागरण।

संसद से उपयुक्त स्थान कोई और नहीं

अमित शाह ने आगे कहा कि नए भवन में सेंगोल रखा जाएगा। सेंगोल अंग्रेजों से सत्ता मिलने का प्रतीक है। शाह ने बताया कि सेंगोल जिसे प्राप्त होता है, उससे उम्मीद की जाती है कि न्यायपूर्ण और निष्पक्ष शासन की अपेक्षा की जाती है। सेंगोल की स्थापना के लिए देश का संसद भवन अधिक उपयुक्त स्थान है, ससंद से अधिक उपयुक्त, पवित्र और उचित स्थान कोई नहीं हो सकता। सेंगोल को किसी संग्राहलय में रखना अनुचित है। इसलिए पीएम मोदी जब संसद भवन देश को समर्पित करेंगे तब उन्हें तमिलनाडु से आया सेंगोल प्रदान किया जाएगा।

सेंगोल हमारे इतिहास की पहचान- अमित शाह

अमित शाह ने ये भी बताया कि एतिहासिक सेंगोल का इस्तेमाल पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी 14 अगस्त 1947 को किया था। अंग्रेजों ने सत्ता भारत को सौंपते हुए सेंगोल का उपयोग किया था। सेंगोल एक तमिल शब्द है, जिसका अर्थ है धन से भरा हुआ। सेंगोल के पीछे युगों पुरानी एक परंपरा जुड़ी हुई है। संगोल हमारे इतिहास की पहचान है। पीएम मोदी को जब इसके बारे में पता चला तो इसकी जांच की गई। इसके बाद तय किया गया कि नए संसद के उद्धाटन के दौरान सेंगोल देश के सामने रखा जाएगा।

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