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Shimla. शिमला। करीब साढ़े 21 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बावजूद लोक निर्माण विभाग जुन्गा ने करीब साढ़े 16 करोड़ में राजकीय डिग्री कालेज चायल कोटी का नया भवन तैयार करके मितव्ययता की अनूठी मिसाल पेश की है। जिसकी पुष्टि सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग जुन्गा देवेश ठाकुर ने की है। उन्होंने बताया कि कालेज के नए भवन में छुटपुट कार्य करने शेष हैं चूंकि शिक्षा विभाग से करीब साढ़े पाचं करोड़ का फंड रूका पड़ा है जिस कारण नया भवन कालेज प्रशासन को सौंपा नहीं जा सका है। बता दें कि बीते करीब 10 वर्षों से राजकीय डिग्री कालेज प्राथमिक पाठशाला भवन में चल रहा है। भवन के अभाव होने से कॉलेज में विज्ञान विषय नहीं पढ़ाया जाता रहा है । क्षेत्र के विज्ञान विषय में रूचि रखने वाले बच्चों को साइंस विषय पढऩे के लिए शिमला अथवा सोलन जाना पड़ता है।
देवेश ठाकुर ने बताया कि कालेज के नए भवन में प्रशासनिक भवन, सांईस ब्लॉक, कला ब्लॉक के अतिरिक्त पुस्तकालय , कम्पयूटर लैब, खेल मैदान सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि कालेज परिसर तक सडक़ का निर्माण भी कर दिया गया है। गौर रहे कि इस भवन की आधारशिला 17 मई, 2015 को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा रखी गई थी। इसके उपरांत वर्ष 2017 में प्रदेश में भाजपा सरकार सत्ता में आने इस भवन का निर्माण कार्य अधर में लटका रहा। बता दें कि वर्ष 2014 में डिग्री कालेज चायल कोटी को प्राथमिक पाठशाला के पुराने भवन में आरंभ किया गया था। 10 वर्ष के लंबे अंतराल में इस कालेज से आट्र्स संकाय के नौ बैच इस प्राथमिक पाठशाला में पूर्ण हो चुके हैं। सबसे अहम बात यह है कि नए भवन के बनने से जुन्गा क्षेत्र की 12 पंचायतों के बच्चों को घरद्वार पर उच्च शिक्षा ग्रहण करने की सुविधा उपलब्ध होगी।
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