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टीएमसी में पेसमेकर को नमस्ते, फ्री टेस्ट के लग रहे पैसे

Shantanu Roy
4 April 2024 10:09 AM GMT
टीएमसी में पेसमेकर को नमस्ते, फ्री टेस्ट के लग रहे पैसे
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टीएमसी। डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में मुफ्त के पेसमेकर डलने बंद हो गए हैं। आयुष्मान व हिमकेयर कार्ड धारकों के लिए आगामी कुछ दिनों में स्टंट डलने भी बंद हो सकते हैं। पिछले एक वर्ष से आए दिन या कुछ समय के अंतराल में टांडा अस्पताल में इस तरह के मुफ्त इलाज बंद होने के झटके मरीजों को लगते आ रहे हैं तथा मरीज अपनी जेब से मुफ्त के इलाज के लिए बने हिमकेयर व आयुष्मान कार्डों के बावजूद कैश देकर अपना इलाज करवाने को मजबूर हुए हैं। कई बार लोगों ने कभी हार्ट के स्टंट, पेसमेकर, एंजोग्राफी व अन्य मुफ्त के टेस्ट कैश देकर करवाए हैं। अब एक बार फिर गरीब मरीजों के लिए पेसमेकर मुफ्त में नहीं डलेंगें और इस के लिए कैश जमा करवाना पड़ेगा। मुफ्त के पेसमेकर न डलने के पीछे मुख्य कारण प्रदेश सरकार के द्वारा टांडा अस्पताल की पेमेंट्स की अदायगी न होना है।
वर्तमान समय की बात करें तो टांडा अस्पताल की 60 करोड़ से अधिक की पेमेंट फंस गई है जिसकी अदायगी नहीं हो पाई है जिसके चलते टांडा अस्पताल के अमृत व अन्य वेंडर्स की पेमेंट्स लटक गई हैं। इन्हें थोड़ी-थोड़ी पेमेंट्स वैसे हो भी रही हैं लेकिन ये ऊंट के मुंह में जीरा जैसे है। इसके चलते यह वेंडर्स पेमेंट्स न होने की वजह से स्टंट, पेसमेकर व अन्य उपकरणों सहित अन्य सामान की सप्लाई बंद कर देते हैं। इसका खामियाजा गरीब मरीजों को भुगतना पड़ता है। इन मरीजों के मुफ्त इलाज के लिए बने कार्डों आयुष्मान व हिमकेयर जिसके अंतर्गत पांच लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा होती है लेकिन गरीब मरीजों के लिए इन मुफ्त के कार्डों के का कोई मायने नहीं रह जाते हैं, जब मरीज को स्टंट, पेसमेकर व अन्य सामान के लिए जेब से कैश खर्च करना पड़ता है। विदित है कि टांडा अस्पताल में प्रदेश के छह जिलों चंबा, मंडी, ऊना, हमीरपुर, कुल्लू और 15 लाख से अधिक की आबादी वाले सबसे बड़े जिला कांगड़ा के मरीज उपचार के लिए यहां पहुंचते है।
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