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2 बच्चों की मां बनी फिटनेस ट्रेनर, सिखा रही हैं फिट रहने की तरकीब

Nilmani Pal
24 Sep 2021 1:33 PM GMT
2 बच्चों की मां बनी फिटनेस ट्रेनर, सिखा रही हैं फिट रहने की तरकीब
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जम्मू-कश्मीर में अब बदलाव की बयार बहने लगी हैं और वहां की महिलाएं भी अब अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हो रही हैं. बीते 30 सालों से चल रहे संघर्ष के कारण महिलाओं के स्वास्थ्य की स्थिति वहां चिंताजनक है. 2015 के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में पाया गया कि 73 प्रतिशत कश्मीरी महिलाओं ने अपने प्रजनन स्वास्थ्य के साथ समस्याओं की सूचना दी है. लेकिन अब वहां महिलाएं भी खुद को फिट रखने के लिए जिम पहुंच रही हैं और आलिया फारूक कश्मीर घाटी की पहली प्रमाणित महिला फिटनेस ट्रेनर बन गई हैं. मोटापे और अवसाद से लड़ने वाली छात्राओं, कामकाजी महिलाओं और गृहणियों को फिट और स्वस्थ्य रखने के लिए 33 साल की आलिया फारूक उन्हें प्रेरित करती हैं. आलिया ने सभी पूर्वाग्रहों को तोड़कर एक जिम ट्रेनर के रूप में अपना करियर चुना. श्रीनगर के खानयार इलाके की आलिया फारूक कश्मीर घाटी में अब महिलाओं और लड़कियों को फिट रहने की तरकीब और एक्सरसाइज सिखा रही हैं.

इसको लेकर आलिया फारूक ने कहा, "मैं 2 बच्चों की मां हूं, और शादी के बाद, मुझे मोटापे जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा. मैं बहुत उदास थी, मेरे पति ने मुझे जिम जाने का सुझाव दिया, लेकिन मुझे यकीन नहीं था कि क्या एक पुरुष ट्रेनर महिला शरीर को समझ सकता है.'' आलिया ने बताया, मैं दिल्ली गयी और वहां स्वस्थ रहने वाली विवाहित महिलाओं से प्रेरित हुई. इसके बाद मैंने वहां जिम जाने का फैसला किया, मैंने चार महीने में लगभग 28 किलो वजन कम किया और तनाव मुक्त हो गयी. उन्होंने कहा, "मेरे पति जिन्होंने 2010 में यहां महिलाओं के लिए एक जिम खोला था उन्हें महिला जिम ट्रेनर की जरूरत थी इसलिए मैंने जिम प्रशिक्षक बनने का फैसला किया. फिर मैं पूर्ण प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद गई और 2012 में एक प्रशिक्षक के रूप में अपने पति के जिम का कार्यभार संभाला.

आलिया ने बताया, ''मैंने कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों से हजारों महिलाओं को प्रशिक्षित किया, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और बांझपन जैसी समस्या कश्मीर घाटी की महिलाओं में आम है इसलिए उन्हें नियमित व्यायाम की आवश्यकता है.'' आलिया ने कहा कि "इस जिम सेंटर को शुरू करने में मुझे बहुत सारी चुनौतियों और आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया, मेरे पति और ससुराल वालों ने इस फिटनेस सेंटर को चलाने में मेरा साथ दिया और यह केवल उनके निरंतर प्रयासों के कारण ही संभव हुआ.''

आलिया की मांग है कि कश्मीर के हर जिले में एक महिला फिटनेस सेंटर होना चाहिए. उन्होंने सरकार से अपील की है कि कश्मीर घाटी में फिटनेस सेंटर खोलने में महिलाओं की सहायता करें. आलिया ने कहा ज्यादातर महिलाएं शर्मीली होती हैं और वो पुरुष प्रशिक्षक होने की वजह से जिम जाने से बचती हैं.

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