जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पिछले सप्ताह ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे के बाद विपक्ष सरकार के खिलाफ हमलावर है। कांग्रेस ने जहां पहले विरोध करते हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफा मांगा था वहीं, अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने 2017 में रेल बजट को केंद्रीय बजट से जोड़ने के सरकार के फैसले पर सवालिया निशान खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि रेल बजट को केंद्रीय बजट से अलग रखा जाना चाहिए। 2017 से रेल बजट को केंद्रीय बजट से जोड़ने की शुरुआत करना एनडीए सरकार की बड़ी भूल है।
केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए मोइली ने कहा कि वे बुलेट ट्रेन की बात कर रहे हैं, जबकि न तो बुनियादी चीजों में सुधार किया गया है और न ही पर्याप्त आधुनिकीकरण और प्रौद्योगिकी की व्यवस्था की गई है। उन्होंने आगे कहा कि रेल बजट को केंद्रीय बजट के साथ जोड़ने से रेलवे का ध्यान भटक गया है। यह एनडीए सरकार द्वारा की गई एक बड़ी भूल है। सुरक्षा और आधुनिकीकरण को ध्यान में रखे बिना केवल हाई-स्पीड ट्रेनों पर ध्यान केंद्रित करना जल्दबाजी में उठाया गया कदम है। पहले की तरह रेल बजट को अलग रखना आवश्यक है।
इस दौरान उन्होंने यह भी मांग की कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। रेलवे तेज आवाजाही और विशाल नेटवर्क के साथ मजबूत परिचालन पारिस्थितिकी तंत्र का हकदार है। ऐसा नेटवर्क सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है। इसके लिए सरकार को बुनियादी ढांचे के सुधार पर ध्यान देना चाहिए।
ओडिशा के बालासोर के शुक्रवार को बहनागा बाजार में ट्रेन हादसा हो गया था। रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 278 हो गई है। वहीं, 1100 लोग घायल हुए हैं। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालातों का जायजा लेने खुद ओडिशा पहुंचे थे। पीएम ने घायलों और मृतकों के परिजनों से बात की थी। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है और सीबीआई हादसे की जांच कर रही है।