जम्मू। अनंतनाग जिले में सोमवार को सेना के जवान का शव मिला है। सेना का यह जवान लापता था। शव मिलने के बाद आतंकी अभियान के दौरान शहीद हुए जवानों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। प्रदीप कुमार का शव कमांडोज के सर्च ऑपरेशन के दौरान मिला है। वह उस दिन लापता हो गए थे, जिस दिन कर्नल मनप्रीत सिंह और मेजर आशीष ढोंचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट और जिले के कोकरनाग इलाके में गडूल गांव के पास एक अन्य जवान शहीद हुए थे। भारी बारिश के बीच आतंकवादियों के खिलाफ अभियान सातवें दिन में प्रवेश कर गया है। सोमवार को सुरक्षा दलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अपने हमले को और तेज कर दिया है। घने जंगलों, पहाड़ी गुफाओं और अन्य प्राकृतिक ठिकानों में छिपे आतंकियों की संख्या 3 से 4 बताई जा रही है।
सुरक्षाबलों बलों ने पड़ोसी गांवों में अपने अभियान का विस्तार किया और जंगल की ओर मोर्टार के गोले दागे। निगरानी के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर तैनात किए गए थे। भागने के सभी रास्तों को बंद करने के लिए जंगलों के चारों ओर कड़ी घेराबंदी की गई थी। सुरक्षा बलों ने रविवार को एक गुफा के पास एक आतंकवादी का जला हुआ शव मिलने का दावा किया। मारे गए व्यक्ति की पहचान की पुष्टि होनी बाकी है। वहीं उजैर खान के परिवार डीएनए सैंपल लिए गए हैं। माना जा रहा है कि जली हुई मिली लाश के साथ इसे मैच किया जाएगा।
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, कोकेरनाग का उजैर और जहांगीर सरूरी उर्फ मोहम्मद अमीन भट उन चार आतंकवादियों में से एक है। उजैर लश्कर-ए-तैयबा के समूह द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) से है, जबकि जहांगीर लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होने से पहले हिजबुल मुजाहिदीन के साथ था।