मंत्री अनिल विज ने जीतन राम मांझी को बताया धरती के लिए बोझ
हरियाणा। जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के भगवान राम (Lord Ram) वाले बयान पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज (Anil vij) ने कहा कि यह व्यक्ति धरती पर बोझ है. भगवान राम लोगों के रोम-रोम में समाए हुए हैं. देश में हिंदुओं की बहुमत है, उनकी राम में आस्था है और ऐसे में इस तरह की बातें करना बहुत गैर-जिम्मेदाराना है. वहीं विज ने कोरोना के मामलों पर कहा कि हरियाणा में सिर्फ गुड़गांव और फरीदाबाद में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. मैंने अपने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा को जांच के निर्देश दिए हैं, कारणों का पता चलने के बाद कोरोना का इंतज़ाम किया जाएगा.
बिहार में एनडीए की प्रमुख सहयोगी दल HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था. मांझी ने कहा है कि मैं राम को भगवान नहीं मानता, वे काल्पनिक पात्र हैं. उन्होंने कहा कि राम भगवान थोड़े ही थे, वह तो तुलसीदास और वाल्मीकि रामायण के पात्र थे. उन्होंने आगे कहा कि रामायण में बहुत सी अच्छी बातें लिखी हैं, इसलिए हम उसे मानते हैं, पर राम को नहीं मानते हैं. इसके साथ ही मांझी ने कहा कि देश के सारे सवर्ण और उच्च जाति कहलाने वाले लोग बाहरी हैं वे भारत के मूल निवासी नहीं हैं. मांझी ने लोकमान्य तिलक और पंडित जवाहर लाल नेहरू के हवाले से कहा कि अतिपिछड़े, आदिवासी और दलित ही भारत देश के मूल निवासी हैं. बड़े और कथित उच्च जाति कहलाने वाले लोग बाहरी हैं. वे बाहर से भारत में आए हैं.
जीतनराम मांझी ने कहा रामायण में है कि सबरी के जूठे बेर को राम ने खाया था, आज हम लोगों के यहां कोई खाना नहीं खाता है. इसके साथ ही जीतनराम मांझी ने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों को पूजा नहीं करनी चाहिए. क्योंकि पूजा-पाठ करने से कोई बड़ा नहीं होता है. जो ब्राह्मण मांस खाते हैं, शराब पीते हैं और झूठ बोलते हैं वैसे ब्राह्मणों से पूजा-पाठ कराना पुण्य नहीं बल्कि पाप है. ऐसे ब्राह्मणों से दूर रहनी चाहिए.