पोता IAS, बेटा करोड़पति, खाना नहीं मिलने पर माता-पिता ने किया सुसाइड
हरियाणा. चरखी दादरी से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसमें एक बुजुर्ग दंपति ने यह आरोप लगाते हुए खुदकुशी कर ली कि उनके बेटे और बहू खाने के लिए दो रोटी भी नहीं दे रहे हैं. उन्हें खाने को बासी खाना दिया जा रहा था. अपने सुसाइड नोट में बुजुर्ग ने अपनी दो बहुओं के अलावा एक बेटा और एक भतीजे पर खुदकुशी करने के लिए जिम्मेदार बताया और उन पर कार्रवाई करने की मांग भी की. बुजुर्ग दंपति का एक पोता भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी है जो इस समय अंडर ट्रेनी है.
घटना चरखी दादरी के बाढड़ा की है. गोपी के रहने वाले जगदीश चंद्र (78) और भागली देवी (77) अपने बेटे वीरेंद्र आर्य के साथ बाढड़ा में रह रहे थे, लेकिन उनके बेटे और बहू की ओर से उनका ख्याल नहीं रखा जाता था. बेटे-बहू के बर्ताव से दोनों बुजुर्ग बेहद दुखी और परेशान थे. जबकि उनका एक पोता 2 साल पहले साल 2021 में आईएएस अधिकारी बन गया और हरियाणा कैडर का अफसर बन गया.
हरियाणा कैडर के अफसर गौरव आर्य पढ़ने में बहुत तेज रहे और उन्होंने साल 2021 में संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा पास की थी. खास बात यह थी कि उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यह परीक्षा पास करने की उपलब्धि हासिल की थी. आईएएस विवेक, विरेंद्र सिंह आर्य के छोटे बेटे हैं और बुजुर्ग दंपति ने खुदकुशी से पहले इनके माता-पिता पर गंभीर आरोप लगाया है. सिविल सेवा (2021) की परीक्षा में विवेक आर्य ने 131वीं रैंक हासिल की थी. इससे पहले उन्हें सीडीएस की परीक्षा भी पास की थी. सिविल सेवा का अंतिम रिजल्ट आने से कुछ समय पहले ही विवेक डिप्टी कमांडेंट के रूप में भी चुन लिए गए थे. उनके बड़े भाई भी पढ़ने में बेहद तेज हैं और उनका 2018 में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में चयन हो गया था. विवेक आर्य के दादा जगदीश चंद्र आर्य का बाढड़ा इलाके में खाद-बीज का बिजनेस था, जबकि उनके पिता स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस करते हैं.
हालांकि भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय सेना के अफसर के घर पर बड़ी मुसीबत आ गई है क्योंकि उनके दादा-दादी ने खुदकुशी कर ली है. लेकिन खुदकुशी करने से पहले उन्हें जो सुसाइड नोट लिखा वो बेहद चौंकाने वाला है. बुधवार रात जहरीला पदार्थ खाने के बाद बुजुर्ग दंपति ने पुलिस को फोन कर इस बारे में जानकारी दी.