जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में गुरुवार शाम को एक और नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई. स्थानीय नेता का नाम गुलाम हसन लोन है और वह पीडीपी के ब्लॉक प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं. फिलहाल, गुलाम हसन 'अपनी पार्टी' में थे. यह घटना कुलगाम के देवसर इलाके में हुई है. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घटना पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया, ''दुर्भाग्य से कश्मीर में राजनीतिक हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 'अपनी पार्टी' के नेता गुलाम हसन लोन की हत्या की घोर निंदा करते हैं. शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.''
घाटी के कई नेताओं को आतंकवादी लगातार निशाना बनाते रहे हैं. हाल के दिनों में सबसे ज्यादा बीजेपी के नेताओं को निशाना बनाया गया है. आर्टिकल-370 के हटाए जाने के बाद से अब तक कुल 23 बीजेपी नेताओं की आतंकी हत्या कर चुके हैं. यह जानकारी बीजेपी नेता अल्ताफ ठाकुर ने दी थी. उन्होंने कहा कि बीते 2 साल में 23 कार्यकर्ताओं को आतंकियों ने मार डाला है. वहीं अकेले कुलगाम जिले में बीते एक साल के भीतर 9 नेताओं की आतंकी हमलों में मौत हो गई है.
दो दिन पहले ही बीजेपी नेता जावेदन अहमद डार की भी गोली मारकर आतंकियों ने हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद कश्मीर बीजेपी के मीडिया प्रभारी मंजूर अहमद ने घटना पर नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि कुलगाम में होमशालिबाग के निर्वाचन क्षेत्र के अध्यक्ष जावेद अहमद डार की आतंकियों ने हत्या की है. यह निंदनीय है.