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शहीद का अंतिम संस्कार: मेजर मयंक विश्नोई की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, तिरंगे में लिपटे पति से पत्नी बोलीं- आई लव यू...
jantaserishta.com
13 Sep 2021 6:40 AM GMT
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मेरठ: जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए मेरठ के लाल मेजर मयंक विश्नोई का रविवार को अंतिम संस्कार किया गया है. मेरठ के थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र के शिवलोक पुरी के रहने वाले मेजर मयंक विश्नोई 44 राजपूताना राइफल्स में मेजर के पद पर तैनात थे. हाल ही में उन्हें कश्मीर के राजौरी में तैनात किया गया था.
मेजर मयंक विश्नोई आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान घायल हो गए थे. 15 दिन अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ने के बाद आखिरकार मेरठ का लाल जिंदगी की जंग हार गया और शहीद हो गया, जिसके बाद रविवार को मयंक विश्नोई का पार्थिव शरीर मेरठ पहुंचा. लोगों ने शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए दिल खोल दिया.
सड़क पर हजारों लोग उमड़ आए. अंतिम विदाई के दौरान पूरे रास्ते फूलों की वर्षा की गई. पार्थिव शरीर को देखकर परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल था. इसके अलावा मेरठ के लोगों की आंखें भी नम थी.
शहीद मेजर मयंक विश्नोई के पार्थिव शरीर को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. मेरठ के सूरजकुंड श्मशान घाट पर पूरे विधि-विधान और सैन्य सम्मान के साथ मुखाग्नि दी गई.
शहीद मेजर मयंक विश्नोई की पत्नी स्वाति का सबसे बुरा हाल था. रोते-रोते उनकी आंखों का पानी सूख चुका था. कभी वह गुमसुम सी खड़ी हो जातीं और अपने शहीद पति को निहारती तो कभी रोती.
सैन्य अधिकारियों ने स्वाति को समझाकर वहां से हटाया, तो स्वाति ने मयंक को सैल्यूट किया और आई लव यू कहकर हट गईं.
सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट पर जैसे ही सैन्य अधिकारियों ने स्वाति को तिरंगा सौंपा तो उन्होंने उसे सीने से लगा लिया और पति के चरणों में लिपटकर रोने लगीं. परिवार के लोगों की आंखों से भी आंसू रूक नहीं रहे थे. शहीद के अंतिम संस्कार में मंत्री कपिल देव, सांसद राजेंद्र अग्रवाल और जिला अधिकारी सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे.
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