शिमला। हिमाचल में मादक द्रव्य, अवैध खनन, आबकारी व भ्रष्टाचार निरोधक सहित अन्य एक्ट में दर्ज होने वाले बड़े मामलों में अब ईडी का शिकंजा भी कसता जा रहा है। इसी कड़ी में सिरमौर, कांगड़ा और ऊना से जुड़े कुछ शराब कारोबारियों के साथ ही क्रशर मालिक ईडी के राडार पर हैं। सूत्रों के अनुसार कई शराब कारोबारियों और क्रशर मालिकों के खिलाफ छानबीन में मिले साक्ष्य के आधार पर पुलिस मुख्यालय की तरफ केस मनी लॉन्ड्रिंग की जांच हेतु ईडी को भेजे गए हैं, ऐसे में ईडी सभी मामलों की तह को खंगालते हुए व्यापक कार्रवाई अमल में ला रही है। इसी कड़ी में ईडी ने बीते दिन नालागढ़ में दबिश देकर एक शराब कंपनी की 9.31 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त किया था।
इसमें फैक्टरी और भवन के साथ औद्योगिक प्लॉट भी शामिल है। ईडी ने जांच में पाया है कि संबंधित कंपनी के मालिक पर बिहार पुलिस ने भी अवैध शराब आपूर्ति को लेकर कई मामले दर्ज किए हैं। कंपनी के कर्ताधर्ता अवैध रूप से अन्य राज्यों में भी शराब की सप्लाई करते थे, ऐसे में छानबीन में मिले तथ्यों के आधार पर आगामी करवाई अमल में लाई जा रही है। ईडी ने पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट पर फर्जी डिग्री मामले में भी मानव भारती विश्वविद्यालय की कई संपत्तियों को अटैच कर चुकी है। इसके साथ ही बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में भी कुछ आरोपियों की संपत्ति को ईडी ने जब्त किया था। सूत्रों की मानें तो जल्द ही इन दोनों मामलों में कुछ अन्य घोटालेबाजों की भी संपत्तियों को जब्त किया जा सकता है।