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शाहीन बाग से मौलाना का किडनैप कर मांगी 25 लाख की फिरौती, पुलिस की सभी आरोपी को गिरफ्तार

Khushboo Dhruw
11 April 2021 1:41 AM GMT
शाहीन बाग से मौलाना का किडनैप कर मांगी 25 लाख की फिरौती, पुलिस की सभी आरोपी को गिरफ्तार
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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शाहीन बाग इलाके से किडनैप हुए एक मौलाना को सकुशल मुक्त करवा लिया है

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शाहीन बाग इलाके से किडनैप हुए एक मौलाना को सकुशल मुक्त करवा लिया है. मौलाना को किडनैप करने के बाद अपहरणकर्ताओं ने उनके परिवार से 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. इससे पहले कि अपहरणकर्ता फिरौती वसूल पाते या फिर मौलाना को कोई नुकसान पहुंचा पाते दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने उन्हें शाहीन बाग इलाके से ही सकुशल से बरामद कर लिया. पुलिस का दावा है कि मौलाना को किडनैप करने में उन्हीं के मदरसे के एक पूर्व छात्र की भूमिका है, जिसने ये दावा किया है कि उसने मौलाना के पास 20 लाख रुपये रखवाए थे. ये रकम उसने सट्टे में जीती थी और इस रकम से वह अपना एक फूड जॉइंट खोलना चाहता था. जब उसने मौलाना से रकम वापस मांगी तो मौलाना ने पैसे लौटाने से इंकार कर दिया.

इसी से नाराज होकर मुख्य आरोपी सदाक़त ने अपने भाई और दोस्तों के साथ मिलकर, इस अपहरण को अंजाम दिया और मौलाना के परिवार से 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी. पुलिस ने इस पूरे मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने फिरौती मांगने में इस्तेमाल किये गए पीड़ित का मोबाइल, दो लोहे की चेन, ताले और चॉबी बरामद की हैं. आरोपियों की पहचान सदाकत, शमीम, नबी हसन, फिरदौस और मंजर आलम के तौर पर की गई है. सभी आरोपी मूलरुप से बिहार के रहने वाले हैं.
क्या है मामला
क्राइम ब्रांच के अडिशनल सीपी शिबेश सिंह के अनुसार 6 अप्रैल को शाहीन बाग निवासी मोहम्मद मुजामिल ने पुलिस से शिकायत की कि उनके भाई मौलाना मोहम्मद मुंतिर आलम 5 अप्रैल से लापता है. उसके भाई के मोबाइल से किसी ने वाट्सएप कॉल कर 25 लाख रुपए फिरौती मांगी. इस बाबत शाहीन बाग थाने में किडनैपिंग का केस दर्ज कर लिया गया. क्राइम ब्रांच की स्टार-टू की टीम ने लोकल पुलिस ले साथ मिलकर जांच शुरू की.
टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी कैमरे की जांच से पता चला कि आखिरी बार पीड़ित को सदाकत के साथ देखा गया था, जो पीड़ित के ही मदरसा में साल 2008 में छात्र था. वह पीड़ित और उनके परिवार को जानता था. लेकिन सदाकत का मोबाइल फोन स्विच ऑफ था. उसके परिवार के सदस्यों के मोबाइल भी बंद थे. उसकी पत्नी मोबाइल की आखिरी लोकेशन हरौला, सेक्टर-5, नोएडा में मिली. आखिर में पुलिस ने सदाकात को उसके ससुर के घर हरोला नोएडा से दबोच लिया.
सदाक़त की निशानदेही पर मौलाना को किया गया बरामद
पुलिस के अनुसार सदाकत ने पूछताछ में मौलाना को किडनैप करने की बात स्वीकार की. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने एन ब्लॉक, अबुल फजल में स्थित एक फ्लैट में पहुंचकर पीड़ित को मुक्त कराया. इसके बाद बारी बारी से अन्य सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
इसलिए किया था अपहरण
आरोपी सदाकत ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह ओखला इलाके में फुड स्टॉल लगाता है. वह अपनी बचत के रुपये पिछले पांच साल से मौलाना के पास जमा करवा रहा था. अभी तक वह कुल 20 लाख रुपये दे चुका था. उसने यह कमाई क्रिकेट के सट्‌टे से कमाई थी. वह इस रकम से दुकान खरीदना चाहता था, ताकि अपना फ़ूड जॉइंट शुरू कर सके. जब उसने मौलाना से अपने रुपए वापस मांगे, तो मौलाना ने रकम लौटाने से इंकार कर दिया.
इस बात से नाराज होकर उसने अपने भाई मंजर और दोस्तों के साथ मौलाना को किडनैप करके रकम वसूलने की साजिश रची. प्लान के मुताबिक उन्होंने शाहीन बाग में एक किराए का मकान लिया. मौलाना को इस घर को दिखाने और झांड़ फूंक के बहाने बुलाया गया, जिसके बाद वहीं लोहे की चेन से मौलाना को बांधकर घर में कैद कर लिया. इसके बाद रकम की मांग की गई थी.


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