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पेड़चा में 25 वर्ष बाद हुआ महर्षि मार्कंडेय और माता जालपा घाट पोखरी का मिलन

Shantanu Roy
18 Sep 2023 9:16 AM GMT
पेड़चा में 25 वर्ष बाद हुआ महर्षि मार्कंडेय और माता जालपा घाट पोखरी का मिलन
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बंजार। कुल्लू जिला के उपमंडल बंजार की ग्राम पंचायत मोहनी के पाटन वार्ड स्थित माता भराड़ी के मंदिर में आराध्य देव महर्षि मार्कंडेय के सम्मान में सायर उत्सव मनाया गया। स्थानीय लोगों व देवता कारदार संघ जिला कुल्लू के महासचिव टीसी महंत, कारदार रमेश शर्मा, कमली राम, प्रधान लाल चंद चौहान, पुजारी नरोत्तम दत्त शर्मा व किशोरी लाल शर्मा आदि ने बताया कि इस वर्ष पेड़चा शौयरी जातर के लिए मार्कंडेय ऋषि के हारियानों ने सीमावर्ती क्षेत्र मंडी सराज की घाट पोखरी की अधिष्ठात्री माता जालपा को हारगी उत्सव के लिए आमंत्रित किया है। सायर उत्सव की पूर्व संध्या पर माता जालपा अपने हारियानों के साथ मार्कंडेय ऋषि की तपस्थली पेड़चा मंदिर सरंडी पहुंचीं जहां स्थानीय बाशिंदों ने देव परम्परा के मुताबिक माता का स्वागत किया। इसके पश्चात मार्कंडेय ऋषि का पेड़चा के देवालय मरकेहड़ पहुंचने पर महिलाओं ने पारम्परिक परिधान पहनकर पुश्तैनी देव परम्परा के मुताबिक धूपबत्ती, फूल मालाओं के साथ माता के देव रथ का स्वागत किया।
वर्ष 1998 के बाद 25 वर्षों के अंतराल के उपरांत महर्षि मार्कंडेय पेड़चा एवं माता जालपा घाट पोखरी का परस्पर भव्य देव मिलन हुआ। इसके बाद मार्कंडेय ऋषि पेड़चा के देवालय मरकेहड़ से भव्य शोभायात्रा के साथ देव रथों को पाटन स्थित माता भराड़ी मंदिर पहुंचाया गया। इस दौरान जगह-जगह लोगों ने दोनों देव रथों का परम्परा के मुताबिक स्वागत किया। दोनों देवरथों ने माता भराड़ी के मंदिर की देव परिक्रमा की। इसके पश्चात विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र से आए श्रद्धालुओं ने देवी-देवताओं से आशीर्वाद प्राप्त किया तथा मार्कंडेय ऋषि के भक्तों ने देव पद्धति से विभिन्न प्रकार की व्याधियों का उपचार भी करवाया। सायर संक्रांति से 4-5 दिनों तक गांव पेड़चा में मार्कंडेय ऋषि और माता जालपा के सम्मान में हारगी उत्सव चलेगा। इस दौरान हिमाचल प्रदेश की समृद्ध लोक संस्कृति पहाड़ी नाटी का आयोजन दिन-रात 4 दिनों तक चलता रहेगा।
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