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स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में दूसरे स्थान पर कालाअंब का ए.क्यू.आई. 123 पार

Shantanu Roy
12 Sep 2023 9:51 AM GMT
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में दूसरे स्थान पर कालाअंब का ए.क्यू.आई. 123 पार
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शिमला। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में द्वितीय पुरस्कार पाने वाले औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब की आबोहवा इन दिनों खराब हो रही है। जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा 3 लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी के तहत राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश के परवाणु को प्रथम पुरस्कार दिया है और परवाणु की आबोहवा स्वच्छ चल रही है, लेकिन कालाअंब की हवा प्रदूषित होने लगी है। कई दिनों से हल्की फुल्की वर्षा के साथ साफ चल रहे मौसम के चलते औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण बढऩे लगा है। सबसे अधिक हालत औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की खराब है, जहां पर ए.क्यू.आई. 163 पार चला हुआ है, जबकि औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब का ए.क्यू.आई. भी 123 पार चला हुआ है। दोनों क्षेत्रों का एयर क्वालिटी इंडैक्स मॉडरेट बना हुआ है। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र ऊना में 70, डमटाल में 51, पांवटा साहिब में 81, बरोटीवाला में 75, नालागढ़ में 66 ए.क्यू.आई. चला हुआ है।
जो कि संतोषजनक श्रेणी में आता है। राजधानी शिमला सहित परवाणु की आबोहवा सबसे शुद्ध है। परवाणु की आबोहवा स्वच्छ होने के लिए राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार भी मिला है। शिमला और सुंदरनगर का ए.क्यू.आई. 32 है, जबकि धर्मशाला का 49, मनाली का 45, और परवाणु का ए.क्यू.आई. 34 चला हुआ है, जोकि सबसे अच्छा व स्वच्छ वातावरण है। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी व कालाअंब के मॉडरेट श्रेणी में चल रहे ए.क्यू.आई. स्तर में फेफड़ों व हृदय रोग से ग्रसित लोगों व बच्चों सहित बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। एयर क्वालिटी इंडैक्स के निर्धारित मानकों में 0-50 अच्छा, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मॉडरेट यानी मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब और 400 से अधिक खतरनाक श्रेणी मानी गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डा. सुरिंद्र पाल ने कहा कि राज्य में 17 सितम्बर तक हल्की फुल्की वर्षा होगी और अमूमन मौसम साफ रहने की संभावनाएं है।
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