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Jammu and Kashmir: पॉलिटिकल प्रोसेस में शामिल हैं NSA अजीत डोभाल, अनुच्छेद 370 हटने के बाद निभाई अहम भूमिका

Deepa Sahu
20 Jun 2021 3:05 PM GMT
Jammu and Kashmir: पॉलिटिकल प्रोसेस में शामिल हैं NSA अजीत डोभाल, अनुच्छेद 370 हटने के बाद निभाई अहम भूमिका
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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद सुरक्षा स्थिति को संभालने में अहम भूमिका निभाई है. अब बताया जा रहा है कि केंद्र शासित प्रदेश में चल रही राजनीतिक प्रक्रिया के पीछे एनएसए अजीत डोभाल काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के साथ 24 जून को जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों की बैठक विधानसभा चुनाव कराने समेत केंद्र की राजनीतिक प्रक्रियाओं को मजबूत करने की पहल का हिस्सा है. जम्मू कश्मीर के 14 राजनीतिक दलों को यह न्योता भेजा गया है.

समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा कि एनएसए इस राजनीतिक प्रक्रिया को केंद्र शासित प्रदेश में आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा है. अगस्त 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर एक राज्य हुआ करता था, लेकिन अनुच्छेद 370 हटने के बाद इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बाट दिया गया है.
उन्होंने कहा कि एनएसए जमीनी स्थिति जानने के लिए विभिन्न स्तरों पर जूनियर स्तर के नेतृत्व के साथ बैठकें भी कर रहे है. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद एनएसए ने कई दिनों तक राज्य में डेरा डाल रखा था और वहां के लोगों से ऐसे समय में मुलाकात की थी जब यह महसूस किया जा रहा था कि केंद्रीय निर्णय पर कड़ी प्रतिक्रिया होगी. हाल के दिनों में भी वह नियंत्रण रेखा पर भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच संघर्ष विराम समझौतों के पालन को सुनिश्चित करने की प्रक्रिया में शामिल रहे हैं. सीमा पर दोनों ओर से बंदूकें भी 110 दिनों से अधिक समय से खामोश हैं. सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी नियमित रूप से जमीनी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और स्थिति को नियंत्रण में रख रहे हैं.
पीएम के साथ बैठक में इन नेताओं को किया आमंत्रित
अधिकारियों के मुताबिक, पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने 14 नेताओं को आमंत्रित करने के लिए उनसे संपर्क किया. आमंत्रित लोगों में चार पूर्व मुख्यमंत्री- नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती शामिल हैं.
पूर्ववर्ती राज्य के चार पूर्व उपमुख्यमंत्रियों – कांग्रेस नेता तारा चंद, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता मुजफ्फर हुसैन बेग और बीजेपी नेता निर्मल सिंह और कवींदर गुप्ता को भी बैठक में आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा माकपा नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के प्रमुख अल्ताफ बुखारी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रमुख जी ए मीर, बीजेपी के रविंदर रैना और पैंथर्स पार्टी के नेता भीम सिंह को भी बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है.


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