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जम्मू-कश्मीर: सैन्य ठिकानों के पास फिर दिखे ड्रोन, सेना ने की फायरिंग

jantaserishta.com
15 July 2021 5:36 PM GMT
जम्मू-कश्मीर: सैन्य ठिकानों के पास फिर दिखे ड्रोन, सेना ने की फायरिंग
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ब्रेकिंग न्यूज़

श्रीनगर. जम्मू कश्मीर के सांबा में गुरुवार रात को भारतीय सेना के महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों के पास दो ड्रोन देखे गए. सूत्रों ने बताया कि ये ड्रोन गुरुवार रात करीब 8.05 बजे और 8.15 बजे देखे गए जिनके ऊपर कई राउंड की फायर की गई लेकिन ड्रोन गायब हो गए. बता दें सीमा के करीब भारत के महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों के करीब लगातार दूसरे दिन ड्रोन देखा गया है. सेना ने बुधवार को भी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी क्वाडकॉप्टर (ड्रोन) पर फायरिंग की थी.

सूत्रों ने बताया कि सेना के चौकस जवानों ने बुधवार रात करीब नौ बजे पल्लनवाका सेक्टर में इसे देखा. सूत्रों ने कहा कि जब सैनिकों ने क्वाडकॉप्टर को नीचे गिराने के लिए गोलियां चलाईं तो वह पाकिस्तान की ओर लौट गया. सूत्रों ने कहा कि इसे मूल रूप से क्षेत्र की टोह लेने के लिए भेजा गया था. उन्होंने कहा कि जम्मू वायु सेना स्टेशन के पास टिमटिमाती सफेद रोशनी का पता चला.
दो जुलाई को भी देखा गया था ड्रोन
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बुधवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के अर्निया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक उड़ने वाली वस्तु को देखा और उस पर गोलियां चला दीं. दो जुलाई को पाकिस्तान की ओर से एक ड्रोन ने अर्निया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन बीएसएफ के जवानों द्वारा गोली चलाए जाने के बाद वह पीछे लौट गया.
पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों ने 27 जून को तड़के जम्मू शहर में भारतीय वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन के जरिए दो बम गिराए थे जिससे दो कर्मियों को मामूली चोटें आयी थीं. यह ड्रोन जम्मू में एयरफोर्ट स्टेशन पर ड्रोन के जरिए ही हुए धमाकों के कुछ दिन बाद दिखे हैं. इस हमले में भारतीय वायुसेना के दो जवाह घायल हो गए थे.
इस हमले के बाद जम्मू कश्मीर के श्रीनगर समेत कई सीमावर्ती जिलों पर ड्रोन या इसके जैसी किसी भी डिवाइस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. हमले के बाद जम्मू कश्मीर के श्रीनगर, राजौरी, कठुआ, सांबा, रामबन और बारामूला जिले में ड्रोन या मानव रहित उड़न वस्तुओं के भंडारण, बिक्री या रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
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