जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार को सुरक्षाकर्मियों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना का एक कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया। दरअसल सुरक्षा बलों को रविवार देर रात दक्षिण कश्मीर जिले के तंगपावा इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी जिसके बाद अभियान शुरू किया गया। इस सर्च अभियान में सेना ने अपने लड़ाकू सिपाही जूम को भी उतारा था। जूम भारतीय सेना के हमलावर कुत्ते का नाम है। जूम को उस घर को खाली करने का काम सौंपा गया था जहां आतंकवादी छिपे हुए थे। कुत्ता घर के अंदर गया और आतंकवादियों पर हमला कर दिया। ऑपरेशन के दौरान कुत्ते को दो बार गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
We wish Army assault dog 'Zoom' a speedy recovery. #Kashmir@adgpi@NorthernComd_IA pic.twitter.com/i1zJl0C2Gw
— Chinar Corps🍁 - Indian Army (@ChinarcorpsIA) October 10, 2022
अधिकारियों ने कहा कि जूम इससे पहले भी कई सक्रिय अभियानों का हिस्सा रहा है। उन्होंने कहा, ''जूम ने पहचान करने के बाद आतंकियों पर हमला किया जिस दौरान उसे भी दो गोलियां लगीं।'' गोलियां लगने के बावजूद जूम लड़ता रहा और अपना काम पूरा किया, जिसके परिणामस्वरूप दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस बहादुर कुत्ते को सेना के पशु चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि जूम को आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें खत्म करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को ढेर किया गया, हालांकि दो सैनिक भी घायल हुए हैं।
सेना ने अपने बहादुर कुत्ते की ट्रेनिंग का एक वीडियो शेयर किया है। ट्रेनिंग वीडियो देखकर ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दुनिया का कोई भी आतंकी जूम से बच नहीं सकता। बता दें कि जूम से पहले इसी साल 30 जुलाई को आर्मी डॉग एक्सल भी इसी तरह आतंकियों से भिड़ गया था। अपनी बहादुरी का नजारा दिखाने के बाद एक्सल शहीद हो गया था। एक्सल को आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर मरणोपरांत वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सेना के कुत्तों की एक बड़ी फौज है। भारतीय सेना अपनी टुकड़ियों में कुत्तों की विभिन्न नस्लें रखती है। इनमें लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, बेल्जियम मालिंस और ग्रेट माउंटेन स्विस डॉग शामिल हैं। इन कुत्तों की अलग-अलग ड्यूटी होती है। इनमें गार्ड ड्यूटी, पेट्रोलिंग, विस्फोटकों को सूंघना, ड्रग्स व अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं को सूंघना आदि शामिल हैं।