रणजीतपुर में अवैध खनन का खेल, माइनिंग विभाग के अधिकारियों का गोलमोल जवाब
हरियाणा। रंजीतपुर धनोरा गांव की जमीन पर अवैध खनन करने वालों के खिलाफ शिकायत के आधार पर खनन विभाग के अधिकारियो ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसके चलते सरकारी खजाने को लगभग 20 से 25 करोड रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है । इस दौरान अधिकारी मीडिया के कैमरे से बचते नजर आए तो वही जब उनसे सवाल किए गए तो वह गोलमोल जवाब देते नजर आए ।
बता दें शिकायतकर्ता ने खान एवं भूतत्व विभाग पंचकूला के निदेशक को दी शिकायत में कहा कि धनोरा गांव में 2 एकड़ जमीन में जेपी आई कंस्ट्रेन प्राइवेट फर्म के द्वारा अवैध खनन का कार्य किया जा रहा है और खनन करके वहां की जमीन को पूरे गहरी खदान कर झील बना दी गई है जिससे साथ लगती कृषि योग्य जमीनों के साथ-साथ वन विभाग की जमीन पर भी खतरा मंडरा रहा है। वही इसी के साथ अन्य शिकायत में जेपी आई कंसोर्सियम प्राइवेट लिमिटेड के मालिक और निदेशकों के खिलाफ नकली ई रवाना के माध्यम से सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। शिकायतकर्ता ने दी शिकायत में बताया उपरोक्त कंपनी ने 16710 62 मैट्रिक टन सामग्री की बिक्री की है जिसके परिणाम स्वरूप सरकारी खजाने को लगभग 20 से 25 करोड रुपए का राजस्व नुकसान हुआ है।
वही खनन स्थल का दौरा करने आई विभाग की टीम ने शिकायत के बाद निदेशक कार्यालय से अधिकारी राजीव धीमान के नेतृत्व में माइनिंग विभाग की टीम मौके पर पहुंची । इस दौरान जब मीडिया कर्मी माइनिंग विभाग के अधिकारी से सवाल कर रहे थे तो फर्म के मालिक संदीप डबास कैमरा रोकते भी नजर आए । कार्रवाई के बारे में बताने की बजाय अधिकारी ने हंसते हुए कहा कि हम तो सिर्फ स्टॉक की चेकिंग के लिए आए हैं । उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई शिकायत नहीं है । जबकि शिकायत की कॉपी हर मीडिया कर्मी के पास थी । इससे तो लगता है कि कहीं ना कहीं दाल में कुछ काला है।