मटौर। देश भर में किसानों को नैनो खादों के इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया जा रहा है। हिमाचल के कांगड़ा जिला में भी इफको की नैनो यूरिया, डीएपी आदि का किसानों में क्रेज बढ़ रहा है। इसी कड़ी में कांगड़ा जिला में इफको की ओर से अब ड्रोन के जरिए खाद का छिड़काव करवाया जाएगा। जमानाबाद पंचायत में रविवार को सब्जी उत्पादकों के लिए हुए कार्यक्रम में इफको के चीफ मैनेजर हैड आफिस नई दिल्ली रजनीश पांडे ने यह खुलासा किया। कोटक्वाला गांव में हुए कार्यक्रम में 100 से अधिक किसान जुटे।
रजनीश पांडे ने कहा कि कांगड़ा जिला में इफको द्वारा दो ऐसे युवाओं का चयन किया गया है, जो ड्रोन से छिड़काव करेंगे। इन युवाओं को गाड़ी भी प्रदान की जाएगी। ड्रोन से छिड़काव करने वाला उद्यमी युवा दस कनाल जमीन में खाद डालने के 300 रुपए लेगा। यूं तो सारी कांगड़ा घाटी बहुत उपजाऊ है, लेकिन जमानाबाद, सहौड़ा, अब्दुल्लापुर आदि गांव गोभी के गढ़ माने जाते हैं। देश भर के कृषि विज्ञानी इन इलाकों में स्टडी के लिए आते हैं।
इस कार्यक्रम में इफको के जनसम्पर्क विभाग के मुख्य हर्षेंद्र वर्धन एवं सीईओ तन्मय सेठ, इफको हिमाचल के राज्य विपणन प्रबंधक भुवनेश पठानिया, कृषि विभाग से कृषि विकास अधिकारी डॉ मंजू एवं ग्राम पंचायत ज़मानाबाद के प्रधान कुलदीप चौधरी एवं क्षेत्र अधिकारी श्रेय सूद सहित आदि उपस्थित रहे। इस दौरान वक्ताओं द्वारा किसानों को इफको द्वारा निर्मित विश्व प्रथम नैनो यूरिया तरल एवं आगामी फसल में पारंपरिक उर्वरकों की जगह नवीनतम उत्पाद नैनो डीएपी तरल के इस्तेमाल बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गई।