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HP: मौत के सैलाब ने पल में निगल लिए कलेजे के टुकड़े

Shantanu Roy
3 Aug 2024 11:14 AM GMT
HP: मौत के सैलाब ने पल में निगल लिए कलेजे के टुकड़े
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Barot. बरोट। बरोट की थलटूखोड़ पंचायत के तेरंग राजबन गांव में आई आपदा से पूरे क्षेत्र में दुख माहौल है। अपनो को खो चुके लोगों विश्वास नहीं हो रहा है कि उनके हंसते खेलते परिजन और कलेजे के टुकड़े बच्चे इस दुनियां में नहीं रहे हैं। शुक्रवार को जैसे ही मलबे के बाद अंदर से 9 वर्षीय अमन पुत्र ज्ञान चंद निवासी राजबन और 8 वर्षीय आर्यन पुत्र खेम सिंह के शव सर्च टीमों में लगे कर्मियों को दिखे तो तेरंत गांव में मानो सैलाब के बाद आंसुओं की बाढ़ सी आ गई। इन दोनों बच्चों को त्रासदी की रात इनकी मौत ही अपने चाचा के घर खींच कर ले गई थे। दोनों बच्चों को परिजनों ने पढ़ाई के लिए अपने चाचा के घर भेज दिया था। बादले फटने के बाद चाचा का घर शमशान बन गया। दोनों बच्चे अगर अपने ही घर अपनी-अपनी मां के पास रहते तो शायद इनकी जान बच जाती। इस त्रासदी में इन दोनों बच्चों के घरों को नुकसान नहीं पहुंचा है। वहीं शुक्रवार को बच्चों के शव मलबे से बाहर निकलाते ही माता पिता व परिजन बेसूद होकर
फूट-फूट कर रोए।

यही नहीं सर्च आपरेशन में लगे कर्मियों और अन्य लोगों की आंखों तक में आंसू आ गए। जानकारी के अनुसार त्रासदी की रात को अमन और आर्यन अपने चाचा राम सिंह के घर गए हुए थे और रात को वहीं पर सो गए, लेकिन कुछ ही देरबाद सैलाब उनके घर को तहस नहस कर मलबे का ढेर बना गया। इस घर में से किसी तरह से चाचा राम सिंह ही बचा है। उसे टांडा में भर्ती कराया गया है। जबकि राम सिंह पिता, मां और पत्नी तीनों लापता है। जबकि राम सिंह की मां चंदी देवी का शव बरामद किया जा चुका है। हादसे की रात को दोनों बच्चों की मां व अन्य परिजन अपने ही घर में थे, जो कि सुरक्षित बच गए हैं। वहीं दोनों पिता काम के सिलसिले में घर से पहले ही बाहर थे। आर्यन के पिता लेह में काम करते हैं और उन्हें गुरुवार को इस हादसे की सूचना मिली। शुक्रवार को वह मनाली पहुंचे हैं और शनिवार को तेरंग पहुंचने की उम्मीद है। जबकि अमन के पिता शिमला में काम करते हैं और वह शुक्रवार को अपने गांव पहुंच गए हैं, लेकिन उन्हें यहां मलबे के सिवाए कुछ नहीं मिला। वह पूरा दिन बेसुध होकर अपने बेटे व अन्य परिजनों की तलाश करते रहे। दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा।
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