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HP: पूर्व सैनिकों से मारपीट का विरोध, रैली में गूंजे नारे

Shantanu Roy
26 Aug 2024 12:05 PM GMT
HP: पूर्व सैनिकों से मारपीट का विरोध, रैली में गूंजे नारे
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Market. मंडी। गत सप्ताह 16 अगस्त को ग्राम पंचायत कैहनवाल के बायर गांव के दो फौजियों के साथ क्रशर मालिक द्वारा मारपीट मामले को लेकर ग्रामीण उग्र हो गए हैं। उक्त मामले को लेकर अब कैहनवाल ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के साथ-साथ पन्ना लाल रक्षा मैमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेश कपूर भी समर्थन के लिए आगे आए हैं। इस बाबत रविवार को कैहनवाल के बायर गांव में समस्त ग्रामीणों ने बैठक कर आगामी निर्णय लिया। वहीं ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा मामले की जांच में बरती गई कोताही को लेकर रोष रैली निकालकर नारेबाजी की। जिसके चलते उक्त मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। पीडि़त नेत्र सिंह का कहना है कि क्रशर मालिक और उनके साथियों ने उन्हें इस तरह से मारा की उन्हें मौत के घाट उतारनें में कोई कसर नहीं छोड़ी थी और यदि वहां पर उनका छोटा भाई कश्मीर सिंह नहीं आता तो शायद उन्हें मौत के घाट उतार दिया होता। उन्होंने मंडी पुलिस प्रशासन से इन्वेसटिगेशन आफिसर को बदलने और मामले में कोताही बरतनें की
जांच की मांग की है।

उन्होंने बताया कि उक्त मामले को लेकर शिकायत मंडी एचपी को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि वहीं पीडि़त कश्मीर सिंह का कहना है कि आरोपियों ने उन्हें जान से मारने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उन्होंने कहा की यदि उक्त स्थान पर समय से न पंहुचता तो उनके बड़े भाई को खत्म कर दिया होता। उन्होंने कहा की एक पूर्व सैनिक होनें के नाते प्रशासन से गुहार लगाते है की हमें इनसाफ दिया जाए। वहीं पीडि़त परिवार सहित ग्रामीणों ने कहा कि अगर पुलिस जल्द आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करती है। तो समस्त ग्रामीण आंदोलन शुरु करने से गुरेज नहीं करेंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी मंडी पुलिस व जिला प्रशासन की होगी। बता दें कि कैहनवाल में गत 16 अगस्त को क्रशर मालिक और अन्य साथियों ने उक्त दोनों फौजियों को जमकर पीटा की थी। जिसमें नेत्र सिंह पूर्व सैनिक को कमरे में ले जाकर कुर्सी पर बांधकर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। नेत्र सिंह के भाई ने जब देखा कि भाई की गाड़ी सडक़ पर खड़ी है तो वह क्रशर की तरफ़ भागा, जिस जगह से चीखने की आवाजें आ रही थी। जब आगे जा कर देखा तो भाई नेत्र सिंह को कुर्सी पर बैठा कर बांध कर बड़ी बेरहमी से पिटाई की जा रही थी। जब कश्मीर सिंह ने अपने भाई को छोडऩे की गुहार लगाई तो उस की भी पिटाई की गई।
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