भारत

HP News: वीरों का बलिदान देश कभी नहीं भुला पाएगा

Shantanu Roy
27 July 2024 11:07 AM GMT
HP News: वीरों का बलिदान देश कभी नहीं भुला पाएगा
x
Una. ऊना। कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर जिला स्तरीय कार्यक्रम एमसी ऊना के शहीद स्मारक में आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि उपायुक्त जतिन लाल और कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित वीर चक्र से अलंकृत (रि.)नायक देव प्रकाश तथा तथा शौर्य चक्र से सम्मानित ऑनरेरी कैप्टन चरण दास ने शहीद स्मारक में शहीदों को पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर, जिला कांग्रेस के प्रधान रणजीत राणा, जिला कांग्रेस के ओबीसी सेल के प्रधान प्रमोद कुमार, एमसी ऊना की अध्यक्ष पुष्पा देवी, एसडीएम विश्वमोहन देव चौहान, जिला सैनिक कल्याण विभाग के उपनिदेशक कर्नल एसके कालिया, जिला सैनिक कल्याण विभाग के पूर्व उपनिदेशक मेजर रघुवीर सिंह, एक्स सर्विसमैन लीग के अध्यक्ष कैप्टन शक्ति चंद के अलावा वीर नारियों और पूर्व सैनिकों तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने शहीद स्मारक में शहीदों को पुष्पांजलि भेंट कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि कारगिल युद्ध जैसी वीरता की मिसाल दुनिया में
कहीं नहीं मिलेगी।

इसमें हमारे वीर सैनिकों ने भीषण ठंड और विपरीत परिस्थितियों का मुकाबला कर विजय हासिल की थी। इन वीर सैनिकों का यह बलिदान देश कभी नहीं भुला पाएगा। देश के प्रति सैनिकों की सेवा सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि हिमाचली युवा हमेशा देश सेवा में तत्परता से आगे रहे हैं। उन्होंने ऊना जिले के युवाओं से अपील की कि वे देश सेवा में अपना योगदान देने के संकल्प के साथ आगे बढ़ें। शहीदों के योगदान को स्मरण रखें। कार्यक्रम के उपरांत उपायुक्त जतिन लाल ने अपने कार्यालय में पूर्व सैनिकों की चाय पान पर मेजबानी की। इस अवसर पर उन्होंने वीरचक्र से अलंकृत (रि.) नायक देव प्रकाश तथा तथा शौर्य चक्र से सम्मानित ऑनरेरी कैप्टन चरण दास को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया। इस दौरान एक्स सर्विसमैन लीग के अध्यक्ष कैप्टन शक्ति चंद ने उन्हें पूर्व सैनिकों की विविध मांगों से अवगत कराया। उपायुक्त ने उनकी सभी मांगों को गौर से सुना तथा तत्काल उनको पूरा करने को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। कारगिल का युद्ध 25 मई, 1999 से 26 जुलाई, 1999 तक चला था। इस युद्ध में पाकिस्तान को भारी क्षति के साथ मुंह की खानी पड़ी थी। 25 जुलाई, 1999 तक भारतीय सेनाओं ने पूर्णतया अपनी सरहदों तथा मोर्चों पर कब्जा कर लिया था तथा 26 जुलाई 1999 को युद्ध विराम होने से हर साल 26 जुलाई को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस युद्ध में हिमाचल के 52 रणबांकुरों ने जिनमें ऊना जिले के 2 वीर सैनिक भी शामिल थे ने अपनी शहादत दी थी। इस युद्ध में 4 सर्वोच्च सम्मान 4 परमवीर चक्र मिले थे।
Next Story