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Shimla. शिमला। हिमाचल प्रदेश में सेब सीजन शुरू होने वाला है और इससे पहले एक और डर बागबानों को सता रहा है। हर साल उनका पैसा कुछ ऐसे आढ़तियों के पास फंस जाता है, जो उनको पैसा नहीं देते। उनसे धोखाधड़ी के ऐसे कई मामले हैं और पुलिस के पास ऐसी कई शिकायतें मगर इनमें अब तक कुछ नहीं हो सका है। हर साल सरकार इस संबंध में कदम उठाने की कोशिशें करती हैं मगर ज्यादा असर नहीं होता। क्योंकि बागबान इसमें सीधे रूप से आढ़ती से जुड़ा होता है और बाद में जब धोखाधड़ी होती है, तो शिकायत पुलिस के पास जाती है। ऐसे में पुलिस भी कुछ नहीं कर पाती। क्योंकि आढ़तियों को लाइसेंस सरकार की एजेंसी देती है, तो सवाल इन एजेंसियों पर उठते हैं मगर बागबानों का पैसा नहीं मिल पाता।
बताया जाता है कि इस बार सरकार आढ़तियों को लाइसेंस के लिए लगने वाली सिक्योरिटी राशि को बढ़ाएगी और इतनी फीस लेने की सोची जा रही है कि बागबानों का पैसा उसकी सिक्योरिटी मनी से ही चुकता कर दिया जाए। इसे लेकर बागवानी विभाग सोच रहा है और मार्केटिंग बोर्ड के साथ भी इस सिलसिले में बातचीत हो रही है, परंतु सिक्योरिटी मनी कितनी बढ़ाई जाएगी यह अभी तक फाइनल नहीं हो पाया है। पांच लाख रुपए तक की सिक्योरिटी मनी अभी ली जा रही है, जिसे 25 लाख रुपए तक बढ़ाने की सोच रहे हैं। जिस तरह के मामले बागबानों से लूट के सामने आए हैं उसमें सरकार आने वाले दिनों में क्या निर्णय लेती है यह देखना होगा। इस संबंध में जल्दी ही बागबानी मंत्री की अध्यक्षता में बैठक होगी, जिसमें कोई निर्णय लिया जाएगा।
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