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Shimla. शिमला। सीपीआरआई के कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा आलू की नई किस्में तैयार की जा रही है। इसके लिए संस्थान में निरंतर शोध कार्य चल रहा है। चावल और गेहूं के बाद आलू महत्त्वपूर्ण खाद्य फसल है। सीपीआरआई के द्वारा तैयार किस्मों ने काफी लोक प्रियता हासिल की है। आलू प्रसंस्करण अत्यधिक औद्योगिक , तकनीक रूप से उन्नत बहुत बाजार संचालित गतिविधि है। इसके लिए आलू की उपयुक्त किस्मों, उपज, बढ़ते मौसम के दौरान विभिन्न पहलुओं में गुणवता और फसल के बाद अच्छे प्रदर्शन भंडारण की आवश्यकता होती है। 100 वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए प्रसंस्करण उद्योग के लिए आलू की मांग को देखते हुए सीपीआरआई ने आलू की नई किस्म कुफरी चिपसोना-5 को विकसित किया है।
केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला के निदेशक डा. ब्रजेश सिंह ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में लगातार बढ़ रही आलू की मांग को देखते हुए कुफरी चिपसोना-5 को संस्थान के द्वारा तैयार किया है, ताकि आलू प्रसंस्करण से जुड़ी हुई औद्योगिक ईकाइयों को अच्छी किस्म के आलू प्राप्त हो सके। संस्थान ने एग्रीइनोवेट कंपनी के माध्यम से लाइसेंसिग प्रक्रिया के अनुसार मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है। कुफरी चिप्सोना-5 औषधीय गुणों से भरपूर है। मैदानी क्षेत्रों के किसानों के लिए काफी लाभप्रद होगी। हिमाचल के मैदानी इलाके ऊना, कांगड़ा और सिरमौर में इसकी पैदावार की जा सकती है।
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