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Hamirpur. हमीरपुर। भारत सरकार और एफएसएसएआई (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की ओर से देश की खाद्य प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव के लिए नागरिकों को स्वस्थ, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण भोजन सुनिश्चित करवाने के लिए ईट टू राइट अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत बड़े-बड़े संस्थानों को लिया जा रहा है और उन्हें फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट की ओर से विशेष ट्रेनिंग करवाई जा रही है। हमीरपुर में स्थापित प्रदेश के इकलौते राष्ट्रीय स्तर के संस्थान एनआईटी हमीरपुर का चयन भी इसके लिए हुआ है। संस्थान के सभी 13 होस्टलों को इसके तहत लाया गया है। फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट एफएसएसएआई की ओर से चयनित एजेंसी के माध्यम से सभी होस्टलों की मैस में तैनात स्टाफ को ईट टू राइट अभियान के तहत ट्रेनिंग करवा रहा है।
इसके तहत सभी होस्टल पंजीकृत होंगे। पहले प्री-ऑडिट और बाद में फाइनल ऑडिट के बाद संस्थान को एफएसएसएआई की ओर से लाइसेंस जारी किया जाएगा। मैस में काम करने वाले सभी वर्कर के मेडिकल होंगे। उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी कि भोजन पकाती बार किन-किन बातों का ध्यान रखना है। खाद्य वस्तुओं में होने वाली मिलावट की पहचान कैसे करनी है, किस तरह के कपड़े किचन में पहने जाने चाहिएं और भोजन परोसती बार किन बातों का ख्याल रखा जाना चाहिए। गौर हो कि लगभग पांच हजार छात्र-छात्राओं वाले एनआईटी हमीरपुर में कई बार खाद्य वस्तुओं को लेकर शिकायतें आती रहती हैं। प्रो. कुलदीप कुमार शर्मा, चीफ वार्डन एनआईटी हमीरपुर ने बताया कि ईट राइट कैंपस के तहत सभी होस्टल में काम करने वाले 100 से अधिक वर्कर को दो बैच में ट्रेङ्क्षनंग करवाई जा चुकी है।
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Shantanu Roy
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