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HP: नालागढ़ में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, निकाली रोष रैली

Shantanu Roy
6 Oct 2024 12:24 PM GMT
HP: नालागढ़ में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, निकाली रोष रैली
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Nalagarh. नालागढ़। नालागढ़ में एक समुदाय विशेष के युवक द्वारा धमकियां देने के मामले में पुलिस की कार्रवाई से नाखुश हिंदू संगठनों ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। हिंदू संगठनों ने रोष प्रर्दशन करते हुए जहां पुलिस जिला प्रशासन और एसपी बद्दी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं, स्थानीय विधायक के खिलाफ भी नारेबाजी कर रोष जाहिर किया। इस दौरान सैकड़ों की तादाद में उमड़े लोगों ने शहर में रोष रैली निकाली। लोग इस दौरान एसडीएम कार्यालय, पुलिस थाना परिसर के बाहर जोरदार नारेबाजी करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे, हालांकि एसपी बद्दी, डीएसपी बद्दी मामला शांत करवाने की कोशिश करते रहे, लेकिन प्रर्दशनकारी शांत नहीं हुए। प्रर्दशनकारी ने कहा कि शुक्रवार को भी आरोपी पक्ष ने पुलिस अधिकारियों के सामने उन्हें धमकियां दी थी, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और अभी भी किसी दबाव में ढुलमुल रवैया अपनाए हुए है। यह विवाद एक समुदाय विशेष के युवक द्वारा सोशल मीडिया पर कथित धमकी भरी पोस्ट से उपजा, जिसके बाद से नालागढ़ में हिंदू संगठन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लामबंद है।

शिकायतकर्ता अनिल कुमार ने कहा कि चूंकि उन्हें थाने के अंदर आरोपियों द्वारा धमकाया गया, इसलिए उन्हें अपने परिवार की सुरक्षा का डर है। मीडिया द्वारा पूछे जाने पर एसपी बद्दी इल्मा अफरोज ने इस मुद्दे पर मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया और केवल यह कहकर मामले को टाल दिया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और हरसंभव कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उधर, नालागढ़ के विधायक हरदीप बावा ने कहा कि कुछ शरारती लोग इस मसले को उछालकर इसे दो समुदायों का झगड़ा बनाने की फिराक में है। विरोधी दल के लोग भी अब इसमें शामिल हो गए है। उन्होंने कहा कि
प्रदेश सरकार
किसी को भी माहौल खराब करने की इजाजत नहीं देगी, शरारती तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। वहीं, पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि चूंकि अपराधियों की गिरफ्तारी या पीडि़त युवक को सुरक्षा प्रदान करने का कोई आश्वासन नहीं दिया गया है, इसलिए प्रदर्शनकारियों ने अपना आंदोलन जारी रखा। उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों से वे सुरक्षा के लिए भागदौड़ कर रहे हैं, लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाय स्थानीय लोगों को पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम धमकियां मिल रही हैं।
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