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Sarkaghat. सरकाघाट। हिमाचल प्रदेश उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के सभी महाविद्यालयों के आंतरिक मूल्यांकन की प्रक्रिया चल रही है, जिसके आधार पर उन्हें नैक (एनएसीसी) की तर्ज पर ग्रेडिंग प्रदान की जाएगी। इसी क्रम में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजकीय स्नातक महाविद्यालय, धर्मपुर में हाल ही में एक छह-सदस्यीय टीम ने मूल्यांकन किया। टीम में डॉ. संजीव कुमार (प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय लडभड़ोल), प्रो. निशा वैद्य (प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय जोगिंद्रनगर), डॉ. मुनिश ठाकुर, डॉ. श्रवण डोगरा, प्रो. हुकुम चंद, और प्रो. नीलम शर्मा शामिल थे। इस आंतरिक मूल्यांकन में सात प्रमुख पैरामीटर के आधार पर महाविद्यालय की सुविधाओं और प्रदर्शन का आकलन किया गया। इनमें शामिल छात्रों की संख्या, महाविद्यालय भवन और क्लासरूम की स्थिति ,प्रयोगशालाएं, फर्नीचर, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियां ,पुस्तकालय, एनसीसी, एनएसएस, रोवर एंड रेंजर की उपलब्धता, शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन ,वार्षिक पत्रिका का प्रकाशन, सेमिनार, संगोष्ठियां।
स्कॉलरशिप ,वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह और छात्रों के परिणाम मूल्यांकन टीम ने महाविद्यालय की रिपोर्ट और प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों का गहन निरीक्षण किया। टीम ने महाविद्यालय की सुविधाओं, शिक्षण गुणवत्ता और अन्य गतिविधियों पर संतोष व्यक्त किया। धर्मपुर महाविद्यालय के दावों को सही ठहराते हुए, टीम ने उन्हें प्रमाणित किया। मूल्यांकन के पश्चात धर्मपुर महाविद्यालय को एक अच्छे ग्रेड मिलने की प्रबल संभावना है। यह ग्रेडिंग न केवल महाविद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगी, बल्कि छात्रों और स्टाफ के लिए एक प्रेरणादायक उपलब्धि होगी। इस आंतरिक मूल्यांकन से शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की दिशा में महाविद्यालयों को प्रोत्साहन मिलेगा। धर्मपुर महाविद्यालय का प्रदर्शन इस प्रक्रिया में अन्य संस्थानों के लिए आदर्श बन सकता है।
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