पांवटा साहिब। पांवटा साहिब के अंतर्गत आने वाले सरस्वती विद्या मंदिर उच्च विद्यालय माजरा में सिरमौर जिले की महिलाओं का सम्मेलन नारी शक्ति संगम का आयोजन किया गया। महिला कल, आज और कल तथा भारतीय चिंतन में महिलाओं पर संगोष्ठी की गई, जिसमें दो हजार से अधिक महिलाओं ने अपनी भागीदारी निभाई। कार्यक्रम अध्यक्ष डा. शैल सहगल, मुख्य वक्ता सावित्री तिवारी, वक्ता डा. भूपेश धीमान, सर्व मंगला गौड़, कमलेश तोमर व अंजना शर्मा रही। इस दौरान सावित्री तिवारी ने बताया कि वैदिक काल से ही भारतीय महिलाओं को आध्यात्मिक अधिकार, पति चयन का अधिकार, शैक्षणिक अधिकार प्राप्त थे। मां दुर्गा के नौ स्वरूपों में नारी शक्ति की संपूर्ण व्याख्या मिलती है। भारतीय दर्शन में स्त्री और पुरुष को एक-दूसरे का पूरक माना गया है।
पांवटा साहिब की समाजसेविका योगिता गोयल को समाज में लोगों की सेवा के लिए उनके योगदान देने पर उनको सम्मानित किया गया। साथ ही धर्मा देवी, नीना कौशिक, बबीता देवी, किरण बाला, शबनम शर्मा को भी इस आयोजन के दौरान सम्मानित किया गया। इसके अलावा गणेश सहायता समूह ददाहू की महिलाओं को भी सम्मानित किया गया। दुर्गा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी सम्मानित किया गया। शी-हॉट व स्वयं सहायता समूह से संबंध रखने वाली 23 महिलाओं को भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा शक्ति स्वयं सहायता समूह, शिव शंकर ग्राम संगठन से बबीता कौशल यहां हर्बल कलर तथा जैविक तैयार की जाती है इनको भी सम्मानित किया गया। इस दौरान वंदना बंसल ने कहा कि भारतीय दर्शन में स्त्री को इतना अधिक सम्मान इसलिए दिया गया है कि वह त्याग की मूर्ति है। अत: उसका स्वयं से उसके विराट रूप का साक्षात्कार करवाने के लिए महिला समंवय जिला सिरमौर द्वारा एक दिवसीय भव्य सम्मेलन आयोजित किया गया।