शिमला। हिमाचल में दिवाली पर जले पटाखों से प्रदेश की आबोहवा काफी ज्यादा प्रदूषित हुई है। हालांकि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल की हवा अभी भी काफी ज्यादा साफ है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिवाली से पहले और दिवाली के बाद हिमाचल में प्रदूषण के स्तर को मॉनिटर किया था। रिपोर्ट के अनुसार दिवाली से पहले के मुकाबले दिवाली के दिन हिमाचल में प्रदूषण का स्तर दोगुना हो गया। दिवाली से पहले हिमाचल में एयर क्वालिटी इंडेक्स जहां 50 से 58 माइक्रोग्राम था, तो वहीं दिवाली के दिन हिमाचल का एयर क्वालिटी इंडेक्स 97 माइक्रोग्राम पहुंच गया। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पांच नवंबर से लेकर 12 नवंबर तक हिमाचल के एयर क्वलिटी इंडेक्स को लगातार मॉनिटर किया। इस दौरान प्रदेश के 11 शहरों की मॉनिटरिंग की गई है।
इसमें शिमला, परवाणू, धर्मशाला, मनाली, डमटाल, सुंदरनगर, पांवटा साहिब, कालाअंब, ऊना, बद्दी और नालागढ़ शामिल है। इनमें शिमला-धर्मशाला सहित पांच शहरों की आबोहवा बिगड़ी है, जबकि अन्य शहरों की हवा लगभग सामान्य के आसपास ही है। शिमला में प्रदूषण का स्तर जहां दोगुना हो गया था तो वहीं धर्मशाला में प्रदूषण का स्तर करीब तीन गुना तक पहुंच गया था। शिमला में दिवाली से पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स 39 माइक्रो ग्राम था, जबकि दिवाली के बाद यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 78 माइक्रोग्राम तक पहुंच गया। धर्मशाला का एयर क्वालिटी इंडेक्स दिवाली से पहले 44 माइक्रोग्राम था तो वहीं दिवाली के दिन 140 माइक्रोग्राम तक पहुंचा। एयर क्वालिटी को कई श्रणियों में बांटा जाता है। इनमें अच्छा 0-50, संतोषजनक 51-100, मध्यम 101-200, खराब 201-300, बहुत ज्यादा खराब 301- 400 व 401 से ऊपर की प्रदूषित हवा को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है।