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Hospice. धर्मशाला। भारतीय न्याय संहिता बीएनएस में बड़े गंभीर आपराधिक मामलों में फोरेंसिक साइंस का मौके पर पहुंच कर जांच में शामिल होना अनिवार्य किया गया है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस छह फोरेंसिक लैब वाहन मिलेंगे। उक्त वाहनों को पहले चरण में राज्य फोरेंसिक लैब जुन्गा शिमला, नोर्थ जोन धर्मशाला, सेंट्रल जोन मंडी, डिस्ट्रिक फोरेंसिक यूनिट नूरपुर, बद्दी व बिलासपुर को प्रदान किया जाएगा। दूसरे चरण में अन्य छह फोरेंसिक यूनिट को भी आगामी समय में अत्याधुनिक फोरेंसिक लैब वाहन मिल सकते हैं।
उक्त वाहनों से घटनास्थल का निरीक्षण करने को वाहन में मौजूद किटों संग आसानी से टीम पहुंचकर कई मामलों को मौके पर ही सुलझाने में भी मदद मिल पाएगी। इसके लिए हिमाचल प्रदेश की ओर से सप्लाई ऑर्डर किया जारी कर दिया है, जिससे अब जल्द करोड़ों के वाहन मिलने की उम्मीद है। हिमाचल प्रदेश की छह फोरेंसिक लैब को अब जल्द ही अत्याधुनिक फोरेंसिक लैब वाहन मिलने जा रहे हैं। फोरेंसिक लैब वाहन में ड्रग डिटेक्शन किट, एक्सप्लोजिव किट, फिंगर प्रिंट किट, फुट प्रिंट किट, डीएनए किट, फ्रिज, जनरेटर, साइबर सुरक्षा से संबंधित सॉफ्टवेयर, वीडियो कैमरा और अन्य सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इन फोरेंसिक लैब वाहनों के माध्यम से कई आपराधिक घटनाओं का मौके पर ही प्राथमिक परीक्षण भी संभव हो जाएगा। इन वाहनों के लिए राज्य को केंद्र सरकार की ओर से धनराशि जारी की है। प्रत्येक वाहन की कीमत 60 से 65 बताई जा रही है।
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Shantanu Roy
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