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हिमाचल पुलिस ने किया ट्रैफिक वालंटियर योजना का शुभारंभ

Shantanu Roy
8 Dec 2023 10:09 AM GMT
हिमाचल पुलिस ने किया ट्रैफिक वालंटियर योजना का शुभारंभ
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शिमला। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में अब ट्रैफिक पुलिस के साथ ट्रैफिक वालंटियर भी ट्रैफिक कंट्रोल करते नजर आएंगे। इसी कड़ी में प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने वीरवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में पायलट आधार पर ट्रैफिक वालंटियर योजना का शुभारंभ किया। राज्य में यातायात के बेहतर प्रबंधन, सड़क सुरक्षा और जन जागरूकता के लिए इस योजना काे शुरू किया गया है। यदि जिला मुख्यालयों में ट्रैफिक वलंटियर योजना सफलतापूर्वक संचालित होती है तो इसे राज्य के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा। इस संदर्भ में सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश व मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी जारी कर दी गई है। ट्रैफिक वालंटियर यातायात व्यवस्था संभालने के साथ पर्यटकों को गाइड करने का काम भी करेंगे। स्कीम के तहत राज्य में 18 वर्ष से अधिक आयु के स्वैच्छिक लोगों का एक समूह होगा, जो सेवा की भावना से यातायात प्रबंधन और जागरूकता में भाग लेगा और विभिन्न यातायात कार्यों को नि:शुल्क करने में योगदान देगा।

स्वेच्छा से यातायात स्वयंसेवकों द्वारा यातायात प्रबंधन, यातायात जागरूकता कार्यक्रम, सोशल मीडिया पर यातायात संबंधी पोस्ट सांझा करना, यातायात शिक्षा के साथ ही ऑडियो व एनिमेटेड वीडियो तैयार कर यातायात नियमों के बारे में जानकारी प्रसारित करेंगे। स्वयंसेवकों का अनुरोध प्राप्त होने के बाद जिला एएसपी, डीएसपी मुख्यालय व एसडीपीओ उन्हें बातचीत के लिए बुलाएंगे और सत्यापन करेंगे। इसके बाद जिला एसपी की मंजूरी के बाद ट्रैफिक वालंटियर की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। ट्रैफिक जन जागरूकता के लिए योजना में लड़कियों व महिलाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। योजना के तहत आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। आवेदक के पास यातायात को नियंत्रित करने और यात्रियों को जागरूक करने की शारीरिक और मानसिक क्षमता होनी चाहिए। उसके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं होना चाहिए। अंग्रेजी या हिंदी भाषा और ट्रैफिक सिग्नल का अच्छा ज्ञान होना चाहिए। लोगों में अच्छी छवि होनी चाहिए। ट्रैफिक वालंटियर को जिला एसएसपी द्वारा रिफ्लैक्टिव सुरक्षा जैकेट, टोपी और आईडी कार्ड उपलब्ध करवाए जाएंगे। इस पर प्रमुखता से ट्रैफिक वालंटियर लिखा होगा ताकि आम जनता को उनकी पहचान ट्रैफिक पुलिस से अलग दिखे।

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