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Himachal News: दियोटसिद्ध में दुकानों से भरे रोट के सैंपल

Shantanu Roy
4 Oct 2024 10:24 AM GMT
Himachal News: दियोटसिद्ध में दुकानों से भरे रोट के सैंपल
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Hamirpur. हमीरपुर। तिरुपति बाला जी मंदिर के प्रसाद का मामला विवादों में आने के बाद जनता द्वारा लगातार मंदिरों के प्रसाद गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे हैं। दियोटसिद्ध स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में चढ़ाए जाने वाले रोट की गुणवत्ता पर उठ रहे सवालों को देखते हुए फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम ने मंदिर की दुकानों में औचक दस्तक देकर यहां विभिन्न दुकानों में बनाए जाने वाले रोट के सैंपल भरे। सभी सैंपल जांच के लिए कंडाघाट स्थित लैब में भेजे गए हैं। वहां से आने वाले रिपोर्ट के बाद पता चल पाएगा कि अब तक जो रोट प्राइवेट दुकानों में बन रहे थे वो स्वास्थ्य की दृष्टि से कितने शुद्ध थे। दियोटसिद्ध में अपर और लोअर बाजार में
दुकानों की बात करें।

यहां लगभग 250 दुकानें हैं, जिनमें से 70 से 80 दुकानों में रोट प्रसाद बनाया जाता है। बाबा बालक नाथ जी का मंदिर हिमाचल, पंजाब समेत कई राज्यों यहां तक कि विदेशों में बसे बाबा के श्रद्धालुओं का भी आस्था का केंद्र है। यहां हर साल एक महीने तक लगने वाले चैत्र महीने के अलावा पूरा साल भी भक्तों का मंदिर में आना लगा रहता है। बाबा के भक्त यहां पहुंचते हैं और रोट प्रसाद के रूप में पौणाहारी को अर्पित किया जाता है जिसे बाद में बाबा के भक्त खुद भी खाते हैं और अपने घरों के लिए भी लेकर जाते हैं। ट्रस्ट केवल अपने किचन में बनने वाले प्रसाद और भंडारे के लिए बनने वाले भोजन को चैक करता है। प्रसाद को अन्य खाद्य व्यंजनों की तरह चैक करने की जिम्मेदारी फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट की होती है। जब तिरुपति बालाजी का मामला सुर्खियों में आया, तो फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम ने फूड इंस्पेक्टर मधुवाला की अगवाई में दियोटसिद्ध जाकर रोट के सैंपल भरे।
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