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Shimla. शिमला। प्रदेश के राशन डिपुओं में एनआईसी के माध्यम से राशन का वितरण किया जाएगा। इससे पहले खाद्य आपूर्ति विभाग के साथ ओएस कंपनी के माध्यम से डिपुओं में लोगों को राशन वितरण किया जाता था। खाद्य आपूर्ति विभाग ने ओएस कंपनी के साथ 2017 में एग्रीमेंट किया था, जिसके बाद अब खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड उपभोक्ताओं का डाटा ओएएस कंपनी से एनआईसी में शिफ्ट किया जा रहा है। प्रदेश में कारीब 19.50 लाख राशन कार्ड धारक हैं। इन राशन कार्ड धारकों को प्रदेश सरकार की ओर से हर माह डिपुओं के माध्यम से राशन दिया जाता है। चार सितंबर तक राशन कार्ड लाभार्थियों का डाटा सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सर्वर से राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के सर्वर में स्थानांतरित किया जाएगा। ऐसे में प्रदेश के राशन डिपुओं में ई पीओएस मशीनें डिपुओं में काम नहीं करेंगी।
राशन कार्ड लाभार्थियों का डाटा एनआईसी में शिफ्ट होने के बाद राशन कार्ड धारकों को राशन डिपुओं में एनआईसी के माध्यम से राशन वितरित किया जाएगा। राशन कार्ड उपभोक्ताओं डाटा ट्रांसफर करने के कारण चार सितंबर तक राशन डिपुओं में उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिलेगा। इसको लेकर खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों को सूचना भी जारी कर दी है। दो खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने उपभोक्ताओं से आह्वान किया है कि वे चार सिंतबर तक राशन डिपो में राशन लेने के लिए न जाएं। उपभोक्ताओं डाटा ट्रांसफर करने का कार्य संपन्न होने के बाद उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। यह फैसला लोगों की सुविधा के लिए लिया गया है। खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम का कहना है कि राशन कार्ड धारकों का डाटा ओएस कंपनी से एनआईसी में शिफ्ट किया जा रहा है। चार सितंबर तक राशन कार्ड लाभार्थियों का डाटा एनआईसी के सर्वर में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके चलते ई पीओएस मशीनें डिपुओं में काम नहीं करेंगी। विभाग ने चार सितंबर तक डिपुओं में राशन के आबंटन पर रोक लगाई है।
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