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Hati: सुप्रीम लड़ाई लड़ेंगे हाटी, खटखटाएंगे राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का दरवाजा

Shantanu Roy
22 Jun 2024 10:16 AM GMT
Hati: सुप्रीम लड़ाई लड़ेंगे हाटी, खटखटाएंगे राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का दरवाजा
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Shimla. शिमला. अपने हकों को पाने के लिए सिरमौर के गिरिपार का हाटी समुदाय सुप्रीम लड़ाई लड़ेगा। इस समुदाय से जुड़े छात्र राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे और आयोग के माध्यम से अपने हितों की पैरवी करेंगे। वे आयोग से गुहार लगाएंगे कि उनके हितों की रक्षा की जाए। इसी राष्ट्रीय आयोग के माध्यम से प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी करवाने की मांग रखेंगे। इस संबंध में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हाटी संगठन की पहल पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, इसमें केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डा. अमी चंद कमल, कर्नल नरेश चौहान, हाटी समिति शिमला के अध्यक्ष डॉ. रमेश सिंगटा, महासचिव खजान ठाकुर, कोषाध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप सिंह
सिंगटा ने विशेषतौर पर हिस्सा लिया।
बैठक में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉ. अमि चंद कमल ने कहा कि वह कानूनी जंग लड़ रहे हैं, इसमें छात्र समुदाय का सहयोग अपेक्षित रहेगा। कार्यक्रम में यह तय हुआ कि सिरमौर के सभी कालेजों में हाटी छात्र संगठन की इकाइयां गठित की जाएंगी। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हाटी छात्र संगठन पहली बार गठित हुआ है। केंद्रीय हाटी समिति के निर्देश पर यह पहला हुई है। संगठन के अध्यक्ष अनिल चौहान महासचिव समीर ठाकुर हैं। इस मौके पर कर्नल नरेश चौहान ने हाटी मामले तक अब तक हुई प्रगति की जानकारी दी। डॉ. अमि चंद कमल ने कहा कि वह समाज को जोडऩे में भरोसा रखते हैं तोडऩे में नहीं, हाटी समिति सामाजिक ताना-बाना बरकरार रखने और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात समाज के बीच रखती रही है.. हाटी समिति शिमला के अध्यक्ष डॉ रमेश सिंगटा ने छात्रों का आह्वान किया कि वे हाटी मुद्दे पर अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे,समिति हर संभव सहयोग करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि हाटी मामला लटकाने और भटकाने से छात्रों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। ज्यादा समय तक ऐसा करना बर्दाश्त नहीं होगा, इसके लिए फिर से जनता को जागरूक करने की जरूरत है।
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