शिमला। गोबर खरीद योजना योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए पशुपालन विभाग और कृषि विभाग के दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। आरंभिक चरण में योजना के अंतर्गत एक ब्लॉक में 250 किसानों को पंजीकृत किया जाएगा। छोटे, सीमांत और प्रगतिशील किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से उनके क्लस्टर बनाए जाएंगे। यह जानकारी कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कृषि और पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ करना सरकार की प्राथमिकता है। सरकार द्वारा दूध खरीद मूल्य में छह रुपए की वृद्धि सहित पशुपालकों और किसानों के हित में अनेक ठोस निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनवरी, 2024 से गोबर खरीद योजना शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में इस योजना को आरंभ करने की घोषणा की है। कृषि एवं पशुपालन विभाग इसे धरातल पर उतारने के लिए सभी तैयारियां कर रहा है।
योजना के तहत प्रगतिशील किसानों के क्लस्टर बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि क्लस्टर में सम्मिलित किसानों को कृषि के साथ-साथ मुर्गीपालन, मौन पालन जैसे संबद्ध क्षेत्रों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों से खरीदे गए गोबर का भंडारण किया जाएगा और गोबर की आपूर्ति बागबानी, कृषि क्षेत्र और नर्सरी इत्यादि में सुनिश्चित की जाएगी। शाहपुर से विधायक केवल सिंह पठानिया ने किसानों, बागबानों के हितों में लिए जा रहे निर्णयों के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कृषि मंत्री का आभार व्यक्त किया। किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में अनेक अभिनव पहल पर कार्य किए जा रहे हैं। बैठक में सचिव कृषि सी पॉलरासु, निदेशक कृषि कुमुद सिंह, डा. प्रदीप कुमार शर्मा अािद उपस्थित थे।