नूंह। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते बताया कि पुलिस अधीक्षक नूंह नें आमजन से कहा है कि असामाजिक गतिविधियों पर नियंत्रण पानें हेतु घरों में बाहर से आये हुए किरायदारों व नोकरों की पुलिस वेरिफिकेशन करवाकर पुलिस का सहयोग करें क्योंकि कुछ अपराधिक किस्म के व्यकित जो बाहर से आकर किराये पर रहकर अपराध को अंजाम देकर भाग जाते है फिर उनका रिकार्ड ना तो मकान मालिक के पास होता ना पुलिस के पास होता है इसलिए कडी सुरक्षा के तहत इस मुद्दे को गम्भीरता से लेते हुए बाहर से आए हुए किरायेदारों की सत्यापन रिपोर्ट करवाकर संबधित पुलिस थाना में रिकार्ड जमा करवानें में पुलिस का सहयोग करें ।
आगे कहा कि पुलिस द्वारा किरायदारों व नौकरों की वेरीफिकेशन हेतु समय-समय पर विशेष अभियान चलाया जाता रहा है । अभियान के तहत जितना जल्दी संभव हो अपनें किरादारों व नोकरों का पुलिस वेरिफिकेशन करा लें । उन्होंने कहा कि वेरीफिकेशन करवाने से यह पता चल जाएगा कि किरायेदार अथवा नौकर किसी अपराधिक मामलें का आरोपी यहां किसी अपराधिक घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति तो नहीं है ।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिला के सभी व्यापारिक संस्थान,औद्योगिक संस्थान, फैक्ट्रियां, ढाबा व रेस्टोरेंट व ठेकेदारों के पास जितने भी बाहरी राज्यों के कर्मचारी हैं, उनकी पुलिस वेरिफिकेशन करवा कर ही काम पर रखें । इसका रिकॉर्ड संबंधित थाना चौकी में भी जमा करवाएं तथा जो लोकल लोग काम कर रहे हैं उनका आधार कार्ड भी मालिक के पास होना चाहिए । जिसने भी इस कार्य में कोताही बरती उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी ।
अपराध पर लगता है अंकुश :-
इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक नें कहा कि यह पुलिस रेग्यूलेशन में है । पुलिस विभाग में सत्यापन के लिए एक रजिस्टर है, जिसमें थाना क्षेत्र के नोकरों व किरायेदारों की तस्वीर के साथ उनका परिचय होता है । सत्यापन से अपराध पर भी अंकुश लगता है । सत्यापन नहीं कराने का परिणाम बड़ी-बड़ी घटनाओं के रूप में सामने आता है । जबकी वेरिफिकेशन होने उपरांत असल आरोपी पर शीघ्र ही शिकंजा कसने में कामयाबी मिलती है ।