भारत

भाजपा में शामिल होते ही गौरव वल्लभ का बड़ा हमला, कहा- कांग्रेस को पूर्व केंद्रीय मंत्रियों के पीए चला रहे

jantaserishta.com
7 April 2024 12:24 PM GMT
भाजपा में शामिल होते ही गौरव वल्लभ का बड़ा हमला, कहा- कांग्रेस को पूर्व केंद्रीय मंत्रियों के पीए चला रहे
x

फाइल फोटो

देखें वीडियो.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए गौरव वल्लभ ने जयराम रमेश का नाम लिए बिना कहा कांग्रेस का घोषणापत्र पिछले 30 वर्षों से उस व्यक्ति द्वारा तैयार किया जा रहा है, जिसने क्लास मॉनिटर का चुनाव भी नहीं लड़ा है. गौरव वल्लभ ने कहा कि जब मैं कॉलेज में था तो वह एक (जयराम रमेश) प्रवक्ता के तौर पर पार्टी का बचाव करते थे. आज भी वह पार्टी के संचार के प्रभारी हैं, उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पूर्व केंद्रीय मंत्रियों के पीए चला रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक गौरव वल्लभ ने जयराम रमेश पर जमकर निशाना साधा. गौरव वल्लभ ने जयराम रमेश का नाम लिए बिना कहा कि अगर घोषणापत्र में उनके विचारों में ताकत और योग्यता होती तो कांग्रेस लोकसभा में सिर्फ 52 सीटों पर नहीं सिमटती. गौरव वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस नेता की पार्टी के प्रति कोई विचारधारा या प्रतिबद्धता नहीं है, क्योंकि उन्हें केवल अपनी राज्यसभा सीट को बचाने की फिक्र है. बता दें कि जयराम रमेश कांग्रेस के महासचिव और संचार प्रभारी हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने (जयराम रमेश) स्कूल में क्लास मॉनिटर के पद के लिए भी कभी चुनाव नहीं लड़ा है, वह सिर्फ कुछ पत्रकारों को बुलाते हैं और प्रतियां प्रकाशित करवाते हैं. इसके अलावा गौरव वल्लभ ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि उनमें से कुछ को पता ही नहीं है कि उत्तर प्रदेश और बिहार अलग-अलग राज्य हैं. उन्होंने बताया कि ये कांग्रेस कैंडिडेट्स के ज्ञान का स्तर है.
भाजपा नेता ने कहा कि वह इस विचार के साथ कांग्रेस में शामिल हुए थे कि पार्टी नए नेताओं के महत्वाकांक्षी विचारों का स्वागत करेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस तरह के नये विचारों को बाधा मानती है. गौरव वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को परेशान करने वाले मुद्दों को समझने में असमर्थ है. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पूर्व पार्टी 'नए भारत' की आकांक्षाओं और दिशाओं से जुड़ने में असमर्थ रही.
गौरव वल्लभ ने कहा कि वह "पापियों" के साथ समान स्तर पर खड़े नहीं हो सकते, जिन्होंने अयोध्या के राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया था. बता दें कि कांग्रेस ने 22 जनवरी को राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया था और इसे भाजपा का ''राजनीतिक कार्यक्रम'' बताया था.
गौरव वल्लभ 4 अप्रैल को भाजपा में शामिल हुए. कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने पत्र में गौरव वल्लभ ने पार्टी को "दिशाहीन" कहा और अपनी पार्टी छोड़ने के कारणों में जाति जनगणना जैसे कारणों का हवाला दिया था. उन्होंने यह भी कहा कि वह "सुबह से शाम तक" वेल्थ क्रिएटर्स को गाली नहीं दे सकते और 'सनातन विरोधी' नारे नहीं लगा सकते. उन्होंने कांग्रेस छोड़ते वक्त X पर पोस्ट किया था कि कांग्रेस जिस दिशाहीन तरीके से आगे बढ़ रही है, उससे मैं सहज महसूस नहीं करता. मैं न तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और न ही वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता हूं. मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.
Next Story