
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वसुंधरा राजे सरकार पर करप्शन के आरोपों की जांच की सचिन पायलट की मांग के मुद्दे ने कांग्रेस के बाद अब बीजेपी की सियासत भी गर्मा दी है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सचिन पायलट के करप्शन के आरोपों की जांच की मांग का समर्थन करते हुए सियासी चर्चाएं छेड़ दी हैं।
शेखावत ने कहा- मैं तो कहता हूं किसी के खिलाफ भी करप्शन का आरोप हो तो जांच होनी चाहिए। अगर किसी ने भी करप्शन किया तो जांच होनी चाहिए। पॉलिटिकल कारण से न तो जांच को रोका जाना चाहिए। न पॉलिटिकल कारण से जांच करनी चाहिए। निष्पक्ष रूप से जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा- अगर गजेंद्र सिंह ने भ्रष्टाचार किया है, उसके खिलाफ भी जांच होनी चाहिए। अगर भारतीय जनता पार्टी के किसी नेता ने किया तो उसके खिलाफ भी जांच होनी चाहिए। कम से कम जनता में यह संदेश कभी नहीं जाना चाहिए कि दो या तीन-चार लोग मिलकर इस तरह से एक दूसरे को ढकने का प्रयास करें। यह लोकतंत्र की आत्मा की हत्या करने के प्रयास जैसा होगा। गहलोत के उनके प्रति तल्खी के कारण पर गजेंद्र सिंह ने कहा- पता नहीं उनके मन में क्या है, लेकिन दो-तीन विषय हैं।
एक तो उनके बेटे की हार बहुत बड़ा कारण है। पश्चिमी राजस्थान में पहली बार किसी ने अशोक गहलोत के वजूद को चुनौती दी है। कांग्रेस पार्टी में बहुत बड़े-बड़े नेता थे। नाथूराम मिर्धा, रामनिवास मिर्धा पुराने जमाने के नेता थे। परसराम मदेरणा, राम सिंह बिश्नोई, खेत सिंह राठौड़, पूनम चंद बिश्नोई जैसे कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज नेता थे। इन सबका राजनीतिक वजूद समाप्त अगर किसी ने किया तो अशोक गहलोत ने किया।