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नाहन। सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र के केंद्र बिंदु कफोटा के लोग व प्रतिदिन यहां आने वाले सैकड़ों लोगों के लिए सार्वजनिक शौचालय का न होना गत कई वर्षों से परेशानी का कारण बन रहा है। कफोटा वर्तमान समय में एक ऐसा क्षेत्र है जो अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए आज भी तरस रहा है। जिससे मूलभूत असुविधाओं का सामना इस क्षेत्र की महिलाओं का उठाना पड़ रहा है। वहीं आम लोगों को भी इस असुविधा से बहुत ज्यादा समस्या प्रतिदिन देखने को मिल रही है। वह खास पीड़ा और समस्या है जिला सिरमौर के दुर्गम क्षेत्र शिलाई विधानसभा के अंतर्गत कफोटा क्षेत्र की जहां सार्वजनिक शौचालय की मांग स्थानीय जनता वर्षों से कर रही है। परंतु अभी तक सरकार व प्रशासन के माध्यम से अभी तक इस विषय पर कोई खास उत्सुकता एवं सकारात्मक कदम धरात्तल पर देखने को नहीं मिल पा रहे हैं। कफोटा में बने एक छोटे से सार्वजनिक शौचालय की इतनी बुरी हालत है कि उसकी दशा देखकर हर कोई अचंभित और चिंतित है।
वहीं यह शौचालय वर्तमान में खंडहर के रूप में तबदील हो चुका है, क्योंकि अब यहां से हाई-वे का कार्य शुरू हो चुका है तो इस प्रकार वर्तमान में आम लोगों और खासकर महिलाओं और बेटियों को कफोटा क्षेत्र में शौचालय के लिए कोई उचित स्थान नहीं है, जिसकी दशा को देखकर हर व्यक्ति शर्मसार होने को मजबूर है। कफोटा के आसपास के लोग कार्यालय के कारण कफोटा क्षेत्र की और रूख करते हैं तो कोई सामान लेने तो कोई प्रारंभिक स्वास्थ्य सुविधा लेने तो कोई शिक्षा ग्रहण करने तो कोई मंदिर जाने इत्यादि अनेकों कारणों से इस क्षेत्र की और लोगों का रूख देखने को मिलता है। जहां से होकर लोग दोनों दिशाओं की ओर रूख करते हैं। कफोटा से पांवटा साहिब, नाहन, शिमला, चंडीगढ़ और दूसरी ओर शिलाई, हरिपुरधार, चौपाल, राजगढ़, इत्यादि अनेकों क्षेत्रों की ओर जा सकते हैं। क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय विधायक एवं हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री हर्षवर्धन चौहान से भी आग्रह किया है कि इस महत्त्वपूर्ण विषय पर महिलाओं, बच्चों, बेटियों और आम लोगों को सार्वजनिक शौचालय की सुविधा उपलब्ध करवाने में सरकार का सहयोग दें। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि कफोटा क्षेत्र में एक भव्य एवं सुंदर सार्वजनिक शौचालय का जल्द निर्माण करवाया जाए। इसके अलावा दूरदराज से आए यात्रियों को शौचालय के साथ-साथ स्नानागार की भी सुविधा उपलब्ध हो तो इस क्षेत्र को बहुत बड़ी राहत और व्यवस्था मिल पाएगी।
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