बिलासपुर। प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्रीनयनादेवी में आने वाले समय में मां नयना के दर्शन करने के लिए आने वाले हर श्रद्धालु की पूरी चैकिंग के बाद ही उसे आगे मंदिर दर्शन के लिए भेजा जाएगा। मेट्रो स्टेशन व हवाई अड्डों की तर्ज पर नयनादेवी में एक्स-रे बैगेज स्कैनर मशीन स्थापित करने का प्रस्ताव है। न्यास प्रबंधन ने साइट सिलेक्ट कर अगली कार्य योजना को अंतिम रूप दिया है। शक्तिपीठ की सिक्योरिटी पर्पज से यह नई व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नयनादेवी हिमाचल प्रदेश में एकमात्र ऐसा शक्तिपीठ होगा, जहां सुरक्षा के लिहाज से यह पुख्ता प्रबंंध होगा। मंदिर न्यास श्रीनयनादेवी की ओर से लगभग 30 से 40 लाख रुपए लागत की एक्स-रे बैगेज स्कैनर मशीन खरीदी गई है। पुलिस विभाग के जिम्मे यह व्यवस्था रहेगी और जहां यह मशीन इंस्टाल की जाएगी, वहां पर ट्रेंड पुलिस व होमगार्ड के कर्मचारी तैनात रहेंगे। मंदिर न्यास द्वारा साइट सिलेक्ट करने के बाद अब आगामी कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
उधर, मंदिर न्यास नयनादेवी के अध्यक्ष एवं एसडीएम धर्मपाल चौधरी ने बताया कि लगेज एक्स-रे मशीन को इंस्टाल करने के लिए साइट सिलेक्ट कर ली गई है। बस स्टैंड नयनादेवी के पास लगभग अढ़ाई करोड़ की लागत से एक बहुत बड़ा तमाम सुविधाओं से लैस आगमन हाल तैयार किया जाएगा, जहां इस मशीन को इंस्टाल किया जाएगा। यहीं पर ही श्रद्धालुओं का बैग व अन्य सामान चैक किया जाएगा और आगे मंदिर दर्शन के लिए उन्हें भेजा जाएगा। शक्तिपीठ में साल भर हजारों की तादाद में मां नयना के दर्शन के लिए आवागमन रहता है। श्रावण अष्टमी व अन्य नवरात्र मेलों में लाखों की संख्या श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है लिहाजा शक्तिपीठ की सुरक्षा के लिहाज से नई लगेज एक्स-रे मशीन स्थापित करने का प्रस्ताव है। 30 से 40 लाख रुपए लागत की यह मशीन शक्तिपीठ में लगेगी, जहां प्रत्येक श्रद्धालु को चैक करने के बाद ही मां नयना के दर्शनार्थ भेजा जाएगा। नयनादेवी शक्तिपीठ में नई एक्स-रे बैगेज स्कैनर मशीन को इंस्टाल करने को लेकर साइट सिलेक्ट कर ली गई है। सुरक्षा के लिहाज से यह व्यवस्था अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।