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प्राकृतिक खेती से किसान कमाएगा 20 से 25 हजार रुपए महीना: सुक्खू

Shantanu Roy
10 Dec 2023 10:57 AM GMT
प्राकृतिक खेती से किसान कमाएगा 20 से 25 हजार रुपए महीना: सुक्खू
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सोलन। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऐलान किया कि प्रदेश का किसान अब प्राकृतिक खेती से घर बैठे हर महीने कम से कम 20 से 25 हजार रुपए कमाएगा। सरकार अपने बजट में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने वाली एक ऐसी योजना लाएगी, जिससे हिमाचल के किसानों की आय बढ़ेगी। शनिवार को डाॅ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के 12वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में सभी को रोजगार मिले, यह संभव नहीं है। प्राकृतिक खेती से आत्मनिर्भर बना जा सकता है, लेकिन कोई खेती ही नहीं करना चाह रहा है। जो लोग खेती करते थे, उन्होंने इसे छोड़ दिया है क्योंकि राशन डिपो में सस्ता राशन मिल रहा है। प्राकृतिक खेती वही कर सकता है, जिसके घर में पशु होंगे। जिन किसानों के पास जमीन के साथ पशु होंगे, उनकी हर माह 20 से 25 हजार के बीच में आय हो, इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में बेटियां आगे बढ़ रही हैं। नौणी विश्वविद्यालय में 23 गोल्ड मैडलिस्ट में से 20 बेटियां थीं। उन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलें, इसके लिए सरकार लड़की की विवाह की उम्र को 18 वर्ष से 21 वर्ष कर रही है। इसके लिए सरकार ने एक कमेटी का भी गठन किया है। पुलिस भर्ती में 30 फीसदी सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित की गई हैं। हिमाचल की कमजोर आर्थिक स्थिति का असर शिक्षा पर नहीं पड़ेगा। शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए सरकार काम कर रही है लेकिन इस क्षेत्र में बहुत सुधार करने की अभी आवश्यकता है। दीक्षांत समारोह के दौरान नगर निगम के मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में पार्टी की हुई हार को लेकर पूछे गए सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने डाॅ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करने के दौरान चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया कि गोल्ड मैडलिस्ट छात्रों को तो कुछ दे देते। उनका कहना था कि सरकार की योजनाओं का लाभ तो बाद में मिलेगा, लेकिन विश्वविद्यालय के गोल्ड मैडलिस्ट छात्रों को सरकार की ओर से कुछ प्रोत्साहन मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने भी राज्यपाल के इस आग्रह पर प्रत्येक गोल्ड मैडलिस्ट छात्र को 10000 रुपए की सम्मान राशि देने की घोषणा की।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने प्रदेश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि धन के अभाव में अच्छा काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्टार्टअप योजनाओं का लाभ उठा कर समाज के विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें स्वरोजगार की ओर अग्रसर होना चाहिए और रोजगार प्रदाता बन कर अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाना चाहिए। स्वर्ण पदक विजेताओं और डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने उनसे राष्ट्र निर्माण में योगदान का आह्वान किया। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि छात्राओं को सर्वाधिक डिग्रियां एवं स्वर्ण पदक मिले हैं।

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