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मंडी। विद्युत पेंशरजों ने प्रदेश सरकार व बिजली बोर्ड प्रबंधन को चेताया है कि यदि उनकी मांगों का निदान नहीं हुआ तो वह लोकसभा चुनावों को बहिष्कार करेंगे। सोमवार को मंडी में विद्युत पेंशनरज फ ोरम मंडी की मासिक बैठक जो राजेश बहल की अध्यक्षता में हुई में पेंशनरों ने अपने कड़े तेवर दिखाए। बैठक में लगभग 100 पेंशनरों ने भाग लिया। पेंशनरों को फोरम के वरिष्ठ पदाधिकारियों चंद्र सिंह मंडयाल, जितेंद्र वालिया, डी डी राणा, गजपाल सिंह मंडयाल, श्याम लाल शर्मा, महेंद्र सिंह गुलेरिया, पवन दीक्षित व महेश उपाध्याय आदि ने संबोधित करते हुए बिजली बोर्ड प्रबंधन की कार्यप्रणाली व सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के सभी पेंशनरों को 4 प्रतिशत डीए, फिक्सेशन का 15,18, 20 व 35 प्रतिशत के हिसाब से एरियर भी दे दिया गया मगर बोर्ड ने अपने पेंशनरों को अभी तक इससे मरहूम रखा है। जो पेंशनरज 2016 से पहले सेवानिवृत्त हैं उनकी नोशनल फि क्सेशन भी नहीं हुई है। उनमें से कई को तो अपने एरियर तक का पता ही नहीं है कि वह कितना बकाया है। कई पेंशनरों के मेडिकल बिल एक साल से लंबित पड़े हुए हैं जिनका समय के अनुसार भुगतान नहीं हो रहा है। दो साल पहले सेवानिवृत हुए पेंशनरों के मामले सेटल नहीं हुए हैं। उन्हें अभी तक ग्रेच्युटी, लीव इनकैशमेंट और न दूसरे ही लाभ अभी तक इन पेंशनरों को मिले हैं। फोरम ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से अनुरोध किया है कि वह बोर्ड पेंशनरों की मांगों व समस्याओं के बारे में खुद संज्ञान लें अन्यथा पेंशनरज धरना प्रदर्शन के साथ साथ लोकसभा चुनावों का भी बहिष्कार करेंगे। इसके लिए केंद्रीय कार्यकारिणी अगली बैठक में जो निर्णय लेगी उसके अनुसार आंदोलन व बहिष्कार का निर्णय लिया
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