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जम्मू और कश्मीर में महसूस किये गए भूकंप, रिक्टर पैमाने पर 3.2 आई तीव्रता

Deepa Sahu
19 May 2021 10:12 AM GMT
जम्मू और कश्मीर में महसूस किये गए भूकंप,  रिक्टर पैमाने पर 3.2 आई तीव्रता
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भूकंप

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले (Doda, Jammu-Kashmir) में बुधवार दोपहर को भूकंप के झटके (Earthquake Tremors) महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 मापी गई है. अधिकारियों के अनुसार, भूकंप दोपहर 2 बजकर 34 मिनट पर आया और इसका केंद्र डोडा में था. झटके महसूस होते ही लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए. हालांकि, भूकंप के इन झटकों में जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

इससे पहले, नेपाल (Nepal) में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं और इसकी तीव्रता भी अच्छी खासी बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, ये झटके बिहार (Bihar) के कुछ सीमावर्ती इलाकों में भी महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई है. भूकंप का केंद्र लमजुंग जिले के बुलबुले में स्थिति था. बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके महसूस करने के बाद नेपाल और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में लोग सहमे हुए नजर आए, हालांकि अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
इस महीने देश के अलग-अलग इलाकों में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए हैं. सोमवार तड़के गुजरात के राजकोट (Rajkot, Gujarat) में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे और रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3.8 रही. इससे पहले शनिवार को पूर्वोत्तर का राज्य मणिपुर (Manipur) भूकंप के झटकों से कांप गया. शनिवार सुबह करीब 10 बजकर 12 मिनट पर मणिपुर में भूकंप आया था. वहीं, पिछले कुछ दिनों से असम (Assam) में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी कई लेयर में बंटी होती है और जमीन के नीचे कई तरह की प्लेट होती है. ये प्लेट्स आपस में फंसी रहती हैं, लेकिन कभी-कभी ये प्लेट्स खिसक जाती है, जिस वजह से भूकंप आता है. कई बार इससे ज्यादा कंपन हो जाता है और इसकी तीव्रता बढ़ जाती है, इससे धरती पर कई जलजले भी आ चुके हैं. भारत में भूकंप पृथ्वी के भीतर की परतों में होने वाली भोगौलिक हलचल के आधार पर कुछ जोन निर्धारित किए गए हैं और कुछ जगह यह ज्यादा होती है तो कुछ जगह कम. इन संभावनाओं के आधार पर भारत को 5 जोन बांटा गया है, जो बताता है कि भारत में कहां सबसे ज्यादा भूकंप आने का खतरा रहता है. इसमें जोन-5 में सबसे ज्यादा भूकंप आने की संभावना रहती है और 4 में उससे कम, 3 उससे कम होती है.
भूकंप आने पर क्या करें, क्या न करें?
1. जैसे ही आपको भूकंप के झटके महसूस हों, वैसे ही आप किसी मजबूत टेबल के नीचे बैठ जाएं और कस कर पकड़ लें.
2. जब तक झटके जारी रहें या आप सुनिश्चित न कर लें कि आप सुरक्षित ढंग से बाहर निकल सकते हैं, तब तक एक ही जगह बैठे रहें.
3. अगर आप ऊंची इमारत में रहते हैं तो खिड़की से दूर रहें.
4. अगर आप बिस्‍तर पर हैं तो वहीं रहें और उसे कसकर पकड़ लें. अपने सिर पर तकिया रख लें.
5. अगर आप बाहर हैं तो किसी खाली स्‍थान पर चले जाएं… यानी बिल्डिंग, मकान, पेड़, बिजली के खंभों से दूर.
6. अगर आप कार चला रहे हैं तो कार धीमी करें और एक खाली स्‍थान पर ले जाकर पार्क कर दें. तब तक कार में बैठे रहें, जबतक झटके खत्‍म नहीं हो जाएं.
7. अगर आप बाहर, सड़क पर या बाजार में हो तो पास में मैदान या खुली जगह में पहुंच जाएं.
8. ऊंची बिल्डिंगों के करीब न रहें और उनसे दूर चले जाएं.
9. अगर आप कहीं अंदर फंस गए हैं तो दौड़ें नहीं, इससे और तेज झटके लग सकते हैं.
10. पेड़ों से और बिजली के तारों से दूर रहने की कोशिश करें.


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